छत्तीसगढ़ में शराब के अवैध कारोबार के लिए जिम्मेदार होंगे एसपी, नपेंगे थानेदार: डीजीपी

छत्तीसगढ़ में शराब के अवैध कारोबार को लेकर डीजीपी डीएम अवस्थी ने फिर एक बार सख्त तेवर दिखाया। बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान अवस्थी ने दो टूक कहा कि जिस भी जिले में अवैध शराब पकड़ा जाएगा वहां के पुलिस अधीक्षक (कप्तान) की जिम्मेदारी तय होगी। वहीं, संबंधित थानेदार का निलंबन और राजपत्रित अधिकारी के खिलाफ विभागीय जांच की जाएगी। डीजीपी अवस्थी ने सभी आइजी और एसपी को कड़े निर्देश दिए।


डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से की कानून व्यवस्था की समीक्षा


उन्होंने कहा कि अवैध शराब की बिक्री और परिवहन पर सख्त कार्रवाई करें। अवैध शराब मिलने पर सीमावर्ती जिलों राजनांदगांव, कवर्धा, मुंगेली शराब के अवैध परिवहन पर विशेष निगरानी रखें। सूचना मिलने पर पुलिस मुख्यालय से भी उड़नदस्ता भेजकर कार्रवाई की जाएगी। जिस जिले में अवैध शराब पर कार्रवाई हो इसकी सूचना तत्काल पुलिस मुख्यालय को दी जाए। डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी आइजी और एसपी के साथ कानून व्यवस्था की भी समीक्षा की।


डीजीपी ने कहा- महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर हो त्वरित कार्रवाई


बैठक में डीजीपी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराधों पर सभी जिलों को त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश दिए। सूरजपुर, बस्तर, रायगढ़ और बिलासपुर जिलों ने दुष्कर्म के मामलों में बहुत ही कम समय में आरोपियों को गिरफ्तार कर चालान प्रस्तुत किया है। महिलाओं के खिलाफ अपराधों में शीघ्र चालान प्रस्तुत करने के साथ ही सबूत भी तत्काल एकत्रित करें जिससे अपराधियों को सजा दिलाई जा सके।



डीजीपी ने कहा- पुलिस विभाग में अनुशासनहीन पुलिसकर्मियों की कोई जगह नहीं 


डीजीपी अवस्थी ने सभी एसपी से कहा कि पुलिस विभाग में अनुशासनहीन और अपराधिक प्रवृत्ति के पुलिसकर्मियों की कोई जगह नहीं होनी चाहिए। छत्तीसगढ़ पुलिस अपराधिक प्रवृत्ति के पुलिसकर्मियों पर जीरो टालरेंस की नीति अपनाएगी। बालोद में पुलिसकर्मी द्वारा बच्ची के साथ अमानवीय व्यवहार के मामले में दुर्ग आइजी और एसपी ने तत्काल बर्खास्तगी की कार्रवाई करके उदाहरण प्रस्तुत किया है।


टिप्पणियाँ