कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने दर्ज़ किया राम सजीवन हत्याकांड का मुक़दमा।।

कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने दर्ज़ किया राम सजीवन हत्याकांड का मुक़दमा।।


एक माह बाद भी अभियुक्तों की नहीं हुई गिरफ़्तारी, पत्नी ने जताई और बडी अनहोनी की आशंका।।


फतेहपुर। शहर के वर्मा चौराहा इलाक़े के एक सीमेंट व्यवसाई की दुकान के मजदूर की विगत 07 अगस्त को संदिग्ध हालातो में हुई मौत के चर्चित मामले में मृतक के परिजनों की दरख्वास्त को अदालत द्वारा कोतवाली पुलिस को मुकदमा कायम करने के बाबत दिए गए सख़्त निर्देश के क्रम में पुलिस ने हत्या व हरिजन उत्पीड़न समेत पाच अलग अलग धाराओं में मुकदमा तो दर्ज कर लिया किन्तु किसी प्रकार की कोई कार्यवाही न होने पर मृतक की पत्नी ने मुख्यमंत्री समेत आधा दर्जन से अधिक लोगों को शिकायती पत्र भेजकर स्थानीय पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाते हुए त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
      थरियाव थाने के गांव चक मुगल निवासिनी संगीता देवी ने मुख्यमंत्री, अध्यक्ष एससी/एसटी आयोग, अध्यक्ष राज्य महिला आयोग, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक, जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को भेजे गए शिकायती पत्र में सीमेंट के दुकानदार राम भवन उर्फ़ जगत एवं उसके पुत्र नितेश व साले पप्पू पर आरोप  लगाया कि मजदूरी का बकाया पैसा मांगने पर तीनों ने मिलकर उसके पति राम सजीवन की पीट- पीट कर हत्या कर दी। उसका यह भी आरोप है कि तहरीर देने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा तक दर्ज़ नहीं किया तथा प्रशासन ने भी कोई सुनवाई नहीं की। थक- हारकर उसने अदालत का दरवाज़ा खटखटाया। उसके बाद कोर्ट के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने धारा 302, 406, 504, 506 एवं 3(2)5 एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा तो दर्ज़ कर लिया किन्तु धनाढ्य अभियुक्तों पर हाथ डालने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
        शिकायती पत्र में पुलिस प्रशासन को इस मद में तत्काल कड़ी कार्यवाही करने और अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के निर्देश देने की मांग की है। शिकायतकर्ती ने संभावना जताई है कि अगर अति शीघ्र अभियुक्तों की गिरफ़्तारी नहीं की गई तो वे उसकी एवं परिजनों की भी हत्या करवा सकते हैं। कहां कि एफआईआर दर्ज हुए एक माह से अधिक का समय गुज़र जाने के बावजूद गिरफ़्तारी न होने से पुलिस की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हो रही है।


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