नहरों में पानी न आने से किसान परेशान
फरेहपुर।उत्तर प्रदेश सरकार एक ओर किसानो के हितार्थ में लाखों करोड़ों रुपये पानी की तरह बहाने का दावा करतीं हैं वही विभागीय जिम्मेदाराना अधिकारियों के लापरवाहियो के चलतें क्षेत्रीय किसानो को नहरों में समय से पानी न आने के नहरों में समय से पानी न आने के कारण गेहूँ के पलेवा के लिए दिक्कतो का सामना करना पड रहा है तमाम शिकायतों के बाद भी विभागीय अधिकारियों के कानों में जू तक नहीं रेगं रही हैं जिससे सरकार की छवि किसानों के बीच धूमिल हो रही हैं किसान सूबे की योगी सरकार को कोसते हुये इसका दोषी करार दे रहे हैं
ब्लाक विजयीपुर के सुजानपुर माइनर मे पानी न आने के कारण क्षेत्रीय किसानों के चेहरो मे मायूसी छायी हुई हैं। किसानों को गेहूं की फसल तैयार करने के लिए इस समय पानी की महती आवश्यकता है।उनके गेहूं की फसल हेतु पलेवा का कार्य बाधित हो रहा है।बताया जा रहा है कि जरौली कैनाल पंप का पानी बंद होने के कारण टेल तक पानी नहीं पहुंच रहा है जिसके चलते क्षेत्र के सभी किसानों के चेहरे पर सूखे लकीर बन गई हैं किसानों का गेहूं की फसल हेतु पलेवा का कार्य जोरों पर है लेकिन नहर के सूख जाने से उन्हें मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है किसानों के लिए गेहूं की फसल एक मुख्य नहरों से सिंचाई का मुख्य संसाधन है पानी ना आने के कारण किसानों की गेहूं राई चना आज की बुवाई के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है क्षेत्रीय किसानों का मानना है कि यह इन फसल की बुवाई का मुख्य समय है यदि समय से पानी ना मिला तो किसानों के खेत में गेहूं की फसल समय से तैयार नहीं हो पाएगी इतना ही नहीं है ऐसे मे खेतों में बीज की बुवाई अगर कराई जाएगी तो फसल सही से उगने से पैदावार कमजोर हो जाएगी किसानों को अपना परिवार चलाना दूभर हो जाएगा उन्होंने बताया कि ऐसा नहीं है कि विभागीय अधिकारी को इस बात की जानकारी नहीं है लेकिन वह जानते हुए भी अंजान बने बैठे हुए हैं किसानों की माने तो पानी की समस्या को लेकर दर्जनों बार सिंचाई विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को बताया जा चुका है।आपको बता दें सुजानपुर में माइनर में पानी आने की उम्मीद से सैकड़ों गांव के लोग इंतजार कर रहे हैं लगभग1000 बीघे पलेवा के लिए खेत पडे हैं किसानों का कहना है कि अगर नहर में पानी अब भी नहीं आया तो हमारे बच्चे भूखे मर जायेंगे।