विश्व मानसिक दिव्यांगता दिवस का आयोजन
फतेहपुर। श्री कृष्णा आदर्श विद्या मंदिर मानसिक मंदित एवम् मूकबधिर दिव्यांग शैक्षिक व्यावसायिक एवं पुर्नवासन विद्यालय खंभापुर फतेहपुर में विश्व मानसिक दिव्यांगता दिवस धूमधाम से मनाया गया।जिसमें यूथ आइकॉन प्रमुख समाज सेवी व अनुराग होम्यो क्लीनिक कोतवाली रोड फतेहपुर के डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव द्वारा सभी दिव्यांग बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने व कोरेना से बचाव हेतु निशुल्क होम्योपैथिक औषधि खिलाई गई। साथ ही सभी दिव्यांग बच्चों को पेन्सल’ रबड’ कटर’ टाफी‚ नमकीन‚ बिस्किट व फल आदि उपहार भेट किया गया। जिसको पाकर सभी दिव्यांग बच्चे खुशी से झूम उठे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जीतेन्द्र कुमार वर्मा निदेशक जनशिक्षण संस्थान सोनभद्र व संचालक कौशलविकास संस्थान मंत्रालय भारत सरकार’विशिष्ट अतिथि डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव यूथ आइकॉन व व अनुराग होम्यो क्लीनिक के संचालक। कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के उपाध्यक्ष डॉ0 वकील अहमद ने की। कार्यक्रम का संचालक छात्रावास अधीक्षक मनीष कुमारसिंह ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभजितेन्द्र कुमार वर्मा’ डॉ0 वकील अहमद’ प्रबंधक सीताराम यादव व डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव ने सयुक्त रुप से मां शारदे की प्रतिमा में माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित करके किया। सीताराम यादव ने डॉ अनुराग श्रीवास्तव का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि संस्था परिवार इन बच्चों की देखरेख में तन मन धन से लगा हुआ है और समाज का समाज का सहयोग भी इसी तरह से समय–समय पर मिलता रहता है। मानसिक दिव्यांगता पर विस्तार से प्रकाश डाला।
मुख्य अतिथि जीतेन्द्र कुमार ने कहाकि संस्था परिवार सराहना का पात्र है। क्योकि एक आम इंसान अपने सामान्य बच्चों की परवरिश में परेशान हो जाता है और यह संस्था तोदिव्यांग बच्चों के लिये सपरिवार समर्पित है। तथा मानसिक मंदता पर विस्तार से चर्चा की।
समाज सेवी डॉ अनुराग श्रीवास्तव ने प्रबन्धक का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि मानसिक दिव्यांगता दृष्टि व श्रवण दिव्यांगता से अधिक कष्टकारी है क्योंकि दृष्टि व श्रवण दिव्यांग बच्चे क्रमशः बोलकर’ इशारों से व लिखकर अपनी बात कह व समझ सकते हैं। पर मानसिक रूप से दिव्यांग बच्चों को सभी चीजें समझना बहुत ही कठिन होता है और फिर ऐसे बच्चों की देखभाल करना अपने आप मे एक कठिन टास्क है यह सेवा श्रीकृष्ण आदर्श विद्या मंदिर संस्था परिवार द्वारा की जा रही है। जो बहुत ही सराहनीय कार्य है। इस पर मेरा सभी आम जनमानस से भी मानसिक मंदता दिवस पर अपील है कि इन बच्चों के उत्साहवर्धन हेतु आगे आए जो भी हो सकता हो हर संभव मदद करें। यही हम सबका दायित्व एवं कर्तव्य है। आगे कहा कि जब मौसम का परिवर्तन होता है उस समय इस तरह की बीमारियॉ अपना सर उठाती है। होम्योपैथिक में रोग प्रतिरोधकविकसित करने वाली दवाये है। इन दवाओ को ऐसे समय मे ले लेने से हम रोगो से बचाव कर सकते है तथा इनदिव्याग बच्चों के उज्जवल भविष्य केलिये ईश्वर से मेरी प्रार्थना है कि इन बच्चों की मानसिक शक्ति को बढ़ाये जिससे ये अपने सभी कार्य स्वयम कर सके।
अध्यक्षता कर रहे हैं डॉ0 वकील अहमद जी ने कहा कि मानसिक मंदित बच्चा कभी वयस्क नहीं होता है। मानसिक दिव्यांगता के पहचान रोकथाम और उपचार पर विस्तार से चर्चा की।
कार्यक्रम के अंत में डॉ0 अनुराग श्रीवास्तव द्वारा सभी दिव्यांग बच्चों को रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित करने व कोरेना से बचाव हेतु निशुल्क होम्योपैथिक औषधि खिलाई गई। साथ ही सभी दिव्यांग बच्चों को पेन्सल’ रबड’ कटर’ टाफी‚ नमकीन‚ बिस्किट व फल आदि उपहार भेट किया गया। जिसको पाकर सभी दिव्यांग बच्चे खुशी से झूम उठे। जिसको देखकर सभी के हृदय में असीम सुख प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर प्रमुख सहयोगी अभिनव श्रीवास्तव महेन्द्रसिंह’ हेमंतसिंह’ सर्वेष कुमार’ शैलेन्द्र कुमार’ रंजनसिंह’ सुमन देवी मनीष सिंह यादव’ राजेंद्र कुमार चंदा देवी व सुनीता देवी सहित विद्यालय के छात्र उपस्थित रहे।