कोरोना को हराने के लिए गर्भवती बढ़ाएं रोग प्रतिरोधक क्षमता
फतेहपुर। कोरोना से लड़ने के लिए देश व प्रदेश की सरकार की ओर से भी जिले स्तर पर तमाम प्रकार की योजनाओं को संचालित किया जा रहा है। जिले स्तर पर बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से गर्भवती महिलाओं को केन्द्र स्तर पर जागरूक करने का कार्य किया जा रहा है और कहा जा रहा है कि यदि कोरोना को हराना है तो महिलाओं को अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा होगा।जिला कार्यक्रम अधिकारी बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग जया त्रिपाठी दिसम्बर महीने में कोरोना को लेकर अत्यधिक गम्भीर हो गई है। उन्होने विभाग की ओर से पत्र जारी कर सभी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व बाल विकास परियोजना अधिकारी को सूचित कर बताया है कि केन्द्र पर आने वाले सभी गर्भवती महिलाओं को बताया जाये कि उनको इस समय अपने स्वास्थ्य को लेकर अत्यन्त सर्तक रहने की आवश्यकता है। गर्भावस्था के दौरान शरीर में समय-समय पर कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते रहते हैं जिसके साथ ही महिलाओं की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, ऐसे में गर्भवती महिलाओं के लिए कोविड-19 का संक्रमण खतरनाक साबित हो सकता है। इसलिए महिलाओं को चिकित्सक के सलाह पर ध्यान देने की अति आवश्यकता है।
सीडीपीओ अमिता श्रीवास्तव ने बताया कि जिले स्तर पर लगने वाले वीएचएनडी के अवसर पर गर्भवती महिलायें अपने घर के नजदीक केन्द्र पर जाकर टीकाकरण व जांच नियमित रूप से कराते रहे। वह अपने क्षेत्र के आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व आशा के सम्पर्क में रहे। कोरोना से सम्बन्धित विभाग व स्वास्थ्य विभाग की ओर जारी निर्देशों का पालन करना चाहिए। समय-समय पर टीकाकरण से गर्भ में बच्चा सुरक्षित रहेगा। यदि गर्भवती महिलाओं के प्रतिरोधक क्षमता के विषय पर महिलाओं को अपने खान-पान पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे उनकी प्रतिरोघक क्षमता बनी रहे। इसके लिए महिलाओं के गर्भधारण के शुरूआती दौर से ही कार्बोहाइडेट, प्रोटीन, विटामिन, हाई फाइबर व मिनरल्स आदि से युक्त संतुलित भोजन का सेवन करें। विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ, अखरोट, बदाम, सूपर फूड जैस अदरक, लहसून आदि का सेंवन बहुत ही जरूरी है। यदि महिलाओं को सर्दी, खांसी, जुकाम व बुखार आवे तो डाक्टर से परामर्श लेकर ही दवा का सेंवन करें। बिना डाक्टर के परामर्श से कोई दवा न ले।