यूथ डे स्पेशल ---
कोरोना को देकर मात युवाओं ने बनाई अलग पहचान
- कोरोना की कहानी कोरोना चैंपियंस की जुबानी
फतेहपुर। मन में कुछ कर गुजरने की चाहत हो और हौसला मजबूत हो तो सफलता निश्चित मिलती है। ऐसा साबित कर दिखाया स्वास्थ्य सेवा से जुडे दो ऐसे लोगों ने जो कोरोना की चपेट में आने के बाद भी सावधानी बरतते हुये लोगों की सेवा करते हुये कोरोना को मात दी। जी हां हम बात कर रहे है जिला महामारी विज्ञानी डा अब्दुल्ला और आईडीएसपी आफिस के कर्मचारी नरेंद्र सिंह पाल की। दोनों ने कोरोना से जंग जीतकर यह साबित किया कि मन कुछ कर गुजरने की चाहत हो तो कोई भी राहत मुश्किल नहीं। जहाँ डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मी दिन.रात मरीजों के इलाज और देखभाल में जुटे हैं। उनका यही जज्बा है जिसके कारण जनपद के अधिकाँश मरीज कोरोना से सफल जंग जीत कर अपने घर वापस लौट पाए हैं। ऐसे में हम सबकी जिम्मेदारी है कि हम कोरोना से जंग जीत चुके और उसमें जुटे सभी योद्धाओं का सम्मान करें और उनका मनोबल बढाएं। उनके या उनके परिवार वालों के साथ किसी तरह का भेदभाव न करें। कोरोना से जंग जीत चुके स्वास्थ्य कर्मी बता रहे हैं कि इस मुश्किल वक्त में हमें किन चीजों का ध्यान देना चाहिए।
कोरोना संक्रमितों का तिरस्कार न करें बल्कि उनका सम्मान और सहयोग करें
फतेहपुर। स्वास्थ्य विभाग में तैनात जिला महामारी विज्ञानी डा0 अब्दुल्ला ने जब 12 अगस्त की रात जिला अस्पताल में एंटीजन टेस्ट कराया तो करोना पाजिटिव पाये गये। इसके बाद तुरंत वह कोरेनटाइन हो गये और इलाज शुरू कर दिया। 31 अगस्त को जब दोबारा टू नाट से जांच कराई तो पुनः कोरोना पाजिटिव आये। हालांकि उन्होंने धैर्य नहीं छोडा और लगातार सावधानी बरतते हुये इलाज कराया। एंटीबायोटिक दवाओं के साथ काढा और गरम पानी के नियमित सेवन से कोरोना ठीक हुआ। उन्होंने कहा कि जो लोग कोरोना पाजिटिव आये उनसे दुव्र्यवहार न करें साथ ही बीमार लोग खास सावधानी बरतें जिससे इस बीमारी से बचा जा सके। रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रखकर और सब सावधानियां बरतकर ही इसे हराया जा सकता है। आइसोलेशन में रहने के दौरान सकारात्मक रवैया रखें।
कोरोना हुआ है तो घबरायें नहीं डटकर मुकाबला करें
फतेहपुर। आईडीएसपी में तैनात कर्मचारी नरेंद्र सिंह पाल सर्विलांश यूनिट में काम करने के दौरान 17 अगस्त को कोरोना की चपेट में आ गये थे। इसके बाद उन्होंने अपने आपको होम कोरेटाइन कर लिया और सावधानी के साथ दवाओं का सेवन किया। उन्होंने बताया कि कोरोना पाजिटिव होने के बाद बिल्कुल निराश नहीं हुआ। परिवार से दूरी बनाकर रखी जिससे संक्रमण न फैलने पाये। अब बिल्कुल ठीक हूं और लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहा हूं। कोविड 19 को मात दे चुके लोगों से संक्रमण का कोई खतरा नहीं है। इसलिये भ्रांतियों से दूर रहें और साफ सफाई का ध्यान देते हुये सतर्क रहे।
इनसेट --
कब कब धोएं हाथ-
-भोजन पकाने से पहले
- खाना खाने के पहले और बाद में
- शौंच जाने के बाद।
- बीमार व्यक्ति को छूने से पहले और बाद में।
- छींक खांसी या बहती नाक को पोछने के बाद।
- जानवरों को छूने के बाद।
वायरस से बचने को ये बरतें सावधानी
- हाथों को साबुन से जरूर धोएंए खांसते या छीकते समय नाक मुह को ढककर रखें।
- सर्दी खांसी वाले मरीजों से दूर रहें।
- सब्जी फल धोकर खाएं।
- सार्वजनिक स्थानों पर एक दूसरे से दो गज की दूरी रखें और मास्क जरूर पहनें।
- स्वसन सम्बन्धी स्वच्छता का कड़ाई से पालन करें
- टिश्यू पेपर का उचित तरीके से डस्टबिन में ही निस्तारण करें
- सार्वजनिक स्थलों पर थूकने से पूरी तरह से बचें
- अब भी सभी लोग आरोग्य सेतु एप का इस्तेमाल करें