कोरोना की गंभीरता के खतरे को भांप सकेगा नया टेस्ट, रोगियों का जल्द शुरू हो सकता है उपचार
न्यूज़।कोरोना वायरस (कोरोना-19) से मुकाबले के लिए विज्ञानियों ने एक नया रैपिड ब्लड टेस्ट विकसित किया है।इससे कोरोना की गंभीरता के खतरे को भांपा जा सकता है।अस्पताल में भर्ती होने के पहले दिन ही इस जांच के जरिये यह पता लगाया जा सकेगा कि किस रोगी में कोरोना के गंभीर संक्रमण या मौत का उच्च खतरा है।इस तरीके से पहचान कर उच्च जोखिम वाले मरीजों को विशेष इलाज मुहैया कराकर उनके जीवन को सुरक्षित किया जा सकता है।जेसीआइ इनसाइट पत्रिका में इस नए टेस्ट की व्याख्या की गई है।इसमें यह बताया गया है कि नई जांच में माइटोकांड्रियल डीएनए के स्तरों को आंका जाता है। माइटोकांड्रियल डीएनए एक खास प्रकार का जेनेटिक मैटिरियल है,जो कोशिकाओं के अंदर पाया जाता है।अमेरिका की वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं के अनुसार,माइटोकांड्रियल डीएनए कोशिकाओं से निकलकर रक्त में चला जाता है।इससे यह संकेत मिलता है कि शरीर में एक विशेष प्रकार की कोशिका खत्म हो रही है।