कोरोना काल में छूट गए 21 लाख बच्चों को अब लगेंगे जानलेवा बीमारियों के टीके
न्यूज़।साल 2020 में कोरोना ने न सिर्फ अन्य रोगों से जूझ रहे लोगों के इलाज में भी रुकावटें पैदा कर दीं बल्कि बच्चों को जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिए लगने वाले जरूरी और नियमित टीके भी नहीं लग सके। इसकी वजह से पिछले साल करीब 21 लाख बच्चे इन टीकों से वंचित रह गए। हालांकि केंद्र सरकार ने कोरोना काल में नियमित वैक्सीन से छूटे इन बच्चों के लिए मिशन इंद्रधनुष 3.0 शुरू किया है।मिशन इंद्रधनुष 3.0 में 90 फीसदी टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही 2020 में टीकाकरण में आई 26 फीसदी कमी को भरने का उद्धेश्य बनाया है। इसमें वैक्सीन ड्रापआउड बच्चों को दोबारा मिशन से जोड़ा जाएगा। आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2019 की अपेक्षा वर्ष 2020 में टीकाकरण में 26 प्रतिशत की कमी देखी गई. हालांकि अब कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए एक बार फिर जरूरी जीवन रक्षक वैक्सीन दिए जाएगें।कोरोना काल में कुछ जगहों पर स्वास्थ्य कर्मियों की कमी, मज़दूरों का पलायन और संक्रमण के जोखिम की वजह से टीकाकरण नहीं हो पाया था।हेल्थ मैनेजमेंट इंफारमेशन सिस्टम की ओर से 9 अक्टूबर 2020 को जारी आंकड़ों में बताया गया कि वर्ष 2019 में मार्च से जून के बीच कुल 8,440,136 बच्चों का टीकाकरण हुआ, जबकि वर्ष 2020 में मार्च से जून के बीच 6,276,798 बच्चों का टीकाकरण किया गया। ऐसे में साल 2019 के मुकाबले साल 2020 में 21,63,338 कमdo बच्चों का टीकाकरण किया या किसी वजह से वह टीकाकरण के लिए उपलब्ध नहीं हो पाया।