एक साल में 220 को मिली कुष्ठ से मुक्तिए 143 का उपचार जारी सेेहत में सुधार ---

 एक साल में 220 को मिली कुष्ठ से मुक्तिए 143 का उपचार जारी

सेेहत में सुधार ---



अब असाध्य नहीं कुष्ठ रोग समय से इलाज कराकर पायें मुक्ति


वर्ष 2021 जनवरी में अब तक 23 नये कुष्ठ रोग के मरीज मिले


फतेहपुर। जनपद में कुष्ठ रोगियों की संख्या लगातार घट रही है। एक साल में 220 मरीजों को कुष्ठ रोग से मक्ति मिली है जबकि 143 मरीजों का उपचार चल रहा है। चिकित्सकों का कहना है कि कुष्ठ रोग अब असाध्य नहीं है इसलिये समय से इलाज कराकर इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है। 30 जनवरी से स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान चल रहा है। कुष्ठ रोग अभियान के नोडल अधिकारी एवं एसीएमओ डा0 मान सिंह का कहना है कि कुष्ठ रोग माइक्रो बैक्टेरियम लेप्रे नामक जीवाणु के कारण होने वाली एक संक्रामक बीमारी है। यह रोग मुख्यता आंखों और नसों को प्रभावित करता है अगर इस रोग में सही समय पर इलाज नहीं मिला तो रोगी दिव्यांग भी हो सकता है। रोगियों के साथ किसी भी तरह का भेदभाव नहीं करना चाहिये। सही समय पर इलाज कराने से दिव्यांगता से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि जनपद में जनवरी 2021 से अब तक 23 नये मरीज मिले हैं। दवा खाने से कुष्ठ से पूरी तरह से मुक्ति मिल गई है मौजूद समय में 14 रोगियों का उपचार किया जा रहा हैं। जनपद में कुष्ठ की वजह से 185 मरीजों में दिव्यांगता आई है जिन्हे केंद्र सरकार की ओर से प्रतिमाह ढाई हजार रूपये पेंशन दी जा रही हैं। जिला कुष्ठ सलाहकार डा0 नीरज कनौजिया ने बताया कि स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान जनपद में 30 जनवरी से 13 फरवरी तक संचालित किया जायेगा। बीमारी से घबराने की जरूरत नहीं है।

इनसेट ण्ण्

कुष्ठ रोग के लक्षण ण्ण्

-शरीर के किसी भाग में गुलाबी धब्बे आना।

- सुन्नपन उस जगह को महसूस नहीं कर पाना उस स्थान पर पसीना नहीं आना

- गांठ पड जाना या किसी नस का जरूरत से ज्यादा कडा या मोटा हो जाना।

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