मंडलायुक्त ने यमुना नदी पर मरका घाट में बन रहे पुल पर खर्च किए 56 करोड़ का मांगा ब्यौरा

 मंडलायुक्त ने यमुना नदी पर मरका घाट में बन रहे पुल  पर खर्च किए 56 करोड़  का मांगा ब्यौरा 



बांदा। निर्धारित कीमत से अधिक दाम वसूलने पर कार्यवाही के दिए निर्देश मंडलायुक्त दिनेश कुमार सिंह ने एक किसान की शिकायत पर खाद विक्रेता के विरुद्ध एफआईआर और दुकान सील करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही यमुना नदी में मरका घाट पर सेतु निगम द्वारा बनाए जा रहे पुल में 56 करोड़ रुपये किए गए खर्च का मदवार ब्योरा तलब किया है।

शुक्रवार को मंडलायुक्त ने बबेरू तहसील के मरका गांव में यमुना पर निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया। इसी दौरान रास्ते में उन्हें किसान राजकुमार ने बताया कि खाद विक्रेता ने 45 किलो यूरिया की बोरी 320 रुपये में दी है, जबकि इसकी दर 266.50 रुपये है। आयुक्त खाद विक्रेता की दुकान पहुंचे। दुकान में खाद की बिक्री आदि का बोर्ड लगा नहीं मिला।शिकायतकर्ता किसान ने विक्रेता के सामने फिर अधिक कीमत लेने की बात दोहराई। आयुक्त ने जिला कृषि अधिकारी और बबेरू तहसीलदार को निर्देश दिए कि खाद विक्रेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर दुकान सील करें। आयुक्त ने संयुक्त कृषि निदेशक को निर्देश दिए कि मंडल के चारों जिलों में कहीं भी खाद में निर्धारित दर से अधिक वसूली या गुणवत्ता में कमी की स्थिति नहीं होनी चाहिए। जो भी विक्रेता खाद की कालाबाजारी या अन्य अनियमितता करे उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई हो।

निर्देश दिए कि खाद की दुकानों में स्टॉक और बिक्री मूल्य का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगवाएं। निर्माणाधीन पुल के निरीक्षण में आयुक्त ने सेतु निर्माण निगम के परियोजना प्रबंधक को निर्देश दिया कि सेतु और संपर्क मार्ग के लिए पूर्व में मिल चुके 56 करोड़ रुपये किन मदों में खर्च किए गए हैं, इसका ब्योरा उपलब्ध कराएं। निर्देश दिया कि शासन से शेष धनराशि की मांग करें। पीडब्ल्यूडी अधिशासी अभियंता से कहा कि दोनों तरफ संपर्क मार्ग का काम प्राथमिकता से कराएं और टूटी पुलिया शीघ्र दुरुस्त होनी चाहिए।

गौरतलब है कि मरका में यमुना नदी में वर्ष 2011 से पुल का निर्माण हो रहा है। एक दशक बाद भी अधूरा है। 10 खंभे अर्ध निर्मित हैं। निरीक्षण में आयुक्त के साथ जेडीसी रमेशचंद्र पांडेय, उप निदेशक सूचना भूपेंद्र सिंह यादव, पीडब्ल्यूडी एक्सईएन और सेतु निगम परियोजना प्रबंधक आदि मौजूद थे।

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