विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक विकास भवन सभागार में संपन्न
फतेहपुर।विशेष संचारी रोग नियंत्रण एवं दस्तक अभियान( 01 मार्च से 31 मार्च 2021 तक) अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक विकास भवन सभागार में जिलाधिकारी श्रीमती अपूर्वा दुवे की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। उन्होने दस्तक अभियान में सम्मिलित विभागों में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, नगर विकास, पंचायती राज, शिक्षा विभाग, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग/समाज कल्याण विभाग, कृषि एवं सिंचाई, उद्यान आदि विभाग अपने विभाग से जो कार्य किये जाने है उन्हे कराना सुनिश्चित करें। ब्लाक स्तर पर नोडल अध्यापकों, स्थानीय निकाय, ग्राम विकास अधिकारी, आशा, ऐनम तथा ऑगनबाड़ी कार्यकत्रियों का ब्लांकवार/नगर पंचायतवार को निर्धारित तिथियों पर प्रशिक्षण कराना सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि फंट लाइन वर्कर, आशा एवं आँगनबाड़ी कार्यकत्री द्वारा दस्तक अभियान 10 मार्च से 24 मार्च तक बुखार रोगियों, क्षय रोग के लक्षण युक्त रोगियों, प्रत्येक दिवस में किये गये जन्म तथा मृत्यु के पंजीकरण , कुपोषित बच्चे, दिमागी बुखार के कारण दिव्यांग व्यक्तियों आदि की सूची निर्धारित प्रारूप पर अपनी रिपोर्ट प्रतिदिन उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। उन्होने प्रभारी चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये कि आयोजित कार्यक्रमों की बुकलेट अवश्य बनाये और पूर्व में चिन्हित किये गये स्थानों पर साफ-सफाई कराकर फागिंग कराये ताकि कार्यक्रम सफल हो सकें।संचारी रोग नियंत्रण नोडल अधिकारी ने बताया कि इस अभियान में नगर विकास विभाग शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग से समन्वय करके साफ-सफाई एवं लार्वा का छिड़काव और नालियों को ढककर कचरे का निस्तारण कराये और सड़कों के किनारे उगी वनस्पतियों को कटवाये। पंचायती राज विभाग द्वारा वेक्टर कन्ट्रोल हेतु जलाशय एवं नालियों की नियमित सफाई, गड्डों का भराव तथा स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर फागिंग कराये। अभिभावकों, शिक्षको का व्हाटसएप ग्रुप बनाकर दिमगी बुखार एवं संचारी रोगो से बचाव रोकथाम एवं बचाव हेतु संवेदीकरण कराये और क्लोरिनेशन डेमो, पेय जल को उबला, साबुन से हाथ धोना, शौचालय का नियमित प्रयोग एवं
साफ-सफाई । पशुपालन विभाग द्वारा सुकर बाड़ों को मनुष्य आबादी से दूर स्थापित करना, कीटनाशक का छिडकाव, कचड़ा नियंत्रण एवं वेक्टर नियंत्रण। बाल विकास विभाग द्वारा कुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण एवं पुष्टाहार का वितरण। अभियान के तहत दिव्यांगों का सर्वे किया जाय तथा दिव्यांग बच्चों को आवश्यक सहायक उपकरण उपलब्ध कराय जाय। सिंचाई विभाग जमे हुए पानी में मच्छर एवं अन्य वेक्टर के प्रयोजन को रोकना के वैकल्पिक उपायों को किया जाय। नहरों एवं तालाबों के किनारे उगी वनस्पतियों को प्रत्येक पखवाडे में हटावाये। कृषि विभाग विभागीय पौधशाला से बीज उपलब्ध करायें। उद्यान विभाग द्वारा विद्यालयों में मच्छर विकस पौधों का रोपण कराये। इसके उपरान्त राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में आरसीएच पोर्टल, गोल्डेन कार्ड, जननी सुरक्षा योजना, दवाओं की उपलब्धता, हेल्थ वेलनेस सेन्टर आदि बिन्दुओं पर समीक्षा हुई। उन्होने जननी सुरक्षा योजना में आशा, ऐनम का शत प्रतिशत करने के निर्देश एमओवाईसी को दिये और जो मंडल में रिपोर्ट भेजी जाती है अगली बैठक में लाये । हेल्थ वेलनेस सेन्टर दपसौरा, हसवां में कार्यदायी संस्था द्वारा कार्य कराये जा रहे है सम्बन्धित एमओवाईसी एवं समिति मौके पर जाकर देखे और कार्य को पूरा कराये। ओपीडी हेतु पंजीयन पर्चा पर मोहर लगाकर लोगो को चिन्हित किया जाय ताकि गोल्डेन कार्ड बनाया जा सकें। उन्होने एमओवाईसी को निर्देश दिये कि एचआरपी में फोकस करके प्राप्त लक्ष्यों को शत प्रतिशत किया जाय। उन्होने कहा कि डीएचएस की बैठक बीसीपीएम को बुलाया जाय। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सत्य प्रकाश, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 गोपाल कुमार कुशवाहा, सीएमएस महिला/पुरूष, एमओवाईसी सहित अन्य चिकित्सक उपस्थित रहें।