बढ़ते कोरोना मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने की आठ राज्यों के साथ बैठक, टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पर जोर देने को कहा

बढ़ते कोरोना मामलों के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने की आठ राज्यों के साथ बैठक, टेस्ट, ट्रैक और ट्रीट पर जोर देने को कहा

नई दिल्ली। देश के कई राज्यों में कोरोना संक्रमण एक बार फिर पैर पसार रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय इसको लेकर अभी से सचेत हो गया है। मंत्रालय ने आज आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रमुखों के साथ बैठक कर कर कोरोना से निपटने के लिए एडवाइजरी जारी की है। मंत्रालय ने कोरोना प्रभावित राज्यों से टेस्ट, ट्रैक, ट्रीट पर खासा ध्यान देने को कहा है।स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन आठ राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में कोरोना के आ रहे मामलों की निगरानी, ​​रोकथाम और प्रबंधन के चल रहे सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों की भी समीक्षा की है। 

राज्यों के इन जिलों में देखी गई कोरोना के टेस्टों में कमी

आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ बैठक के दौरान स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि दिल्ली में नौ जिले, हरियाणा में 15, आंध्र प्रदेश में 10, ओडिशा में 10, हिमाचल प्रदेश में नौ, उत्तराखंड में सात, गोवा में दो, चंडीगढ़ में एक जिले में कोरोना वायरस के टेस्ट में कमी देखी गई है। आरटी-पीसीआर टेस्ट में भी कमी आई है। ट्रेसिंग भी कम कर दी गई है।

और ज्यादा आरटी-पीसीआर टेस्ट करने का किया अनुरोध

इसके साथ ही स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि राज्यों को कंटेनमेंट जोन में सर्विलांस में तेजी लाना चाहिए और एक संक्रमित मामले में उनके संपर्क में आए कम से कम 20 लोगों को ट्रैक करना चाहिए। मंत्रालय ने इन राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के अधिकारियों से एंटीजन टेस्ट के उच्च स्तर पर निर्भर जिलों में आरटी-पीसीआर टेस्ट की हिस्सेदारी बढ़ाने का भी अनुरोध किया है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वी पॉल ने आज हरियाणा, आंध्र प्रदेश के स्वास्थ्य सचिवों और एमडी के साथ बैठक कर बातचीत की है। इस दौरान उन्होंने आठ राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों आंध्र प्रदेश, ओडिशा, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली और चंडीगढ़ में कहा कि वे सबसे खराब जिलों में प्राथमिकता समूहों के लिए परीक्षण बढ़ाने, ट्रेसिंग और टीकाकरण में तेजी लाने को कहा है

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