बांदा में दबंगों के खौफ से जंगल में रहने को मजबूर है निषाद परिवार
संवाददाता बाँदा :- जनपद में एक ऐसा भी मामला प्रकाश में आया हुआ है कि जहां दबंगों के खौफ के चलते निषाद बिरादरी का लगभग ढाई सौ लोगों का परिवार जंगल में रहने को मजबूर है उनको ना वहां पर किसी प्रकार की सुविधा मिल रही है और ना ही आने जाने के लिए रोड है जिससे रोड के अभाव के चलते उनका जीवन बहुत कठिनाइयों से गुजर रहा है यहां तक की रोड न होने के चलते उनके परिवार के दो लोगों की मौत भी हो चुकी हैं टाइम रहते इलाज के अभाव में परिवार में मौतें भी हो गई हैं आने जाने का आम रास्ता दबंग लोग नहीं निकलने दे रहे रास्ता जिसके चलते परिवार जंगल में रहने को हो रहा मजबूर
आपको बता दें कि यह पूरा मामला बांदा जनपद के बबेरू तहसील क्षेत्र अंतर्गत विकासखंड कमासिन का है जहां पर विकासखंड कमासिन में जोरावर ग्राम पंचायत में निषाद बिरादरी के लगभग ढाई सौ लोग जंगल में रहने को हो रहा मजबूर नहीं है आने जाने का कोई रास्ता रास्ते के अभाव के चलते परिवार में हो रही मौत और नहीं मिल पा रही निषाद बिरादरी के परिवार को सरकारी सुविधाएं व अन्य सुविधाओं का लाभ दबंगों के खौफ के चलते परिवार जंगल में रहने को हो रहा मजबूर
वही रामबाबू निषाद के द्वारा बताया गया है कि हम लोग दबंगों के खौफ से जंगल में रहने को मजबूर हैं वही रामबाबू। निषाद ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि दबंग और अधिकारियों की मिलीभगत से हम लोग जंगल में रहने को मजबूर हैं यहां पर यादव बिरादरी के लोग नहीं बनने दे रहे रास्ता और हमें गांव से जबरन निकाल दिया है जिसके चलते हम लोग जंगल में मजबूरी बस रह रहे हैं
वही रामबाबू निषाद के द्वारा आरोप लगाया गया है कि बबेरू तहसील के एक सक्षम अधिकारी ने दबंगों से लेनदेन करके प्रशासनिक अधिकारी हमें किसी लायक नहीं छोड़ा जिसके चलते आज हम मजबूरी बस जंगल में रहने को मजबूर हैं और हम लोग सभी जगह सभी सक्षम अधिकारियों के पास जाकर अपनी समस्या सुनाई है और शिकायती पत्र दिया है लेकिन फिर भी नहीं हो रही हम लोगों की सुनवाई और इसी क्रम में हम लोगों ने क्षेत्रीय विधायक एवं बांदा चित्रकूट सांसद को भी अपनी समस्या सुनाई है लेकिन फिर भी नहीं की गई हमारी मदद जिससे दबंगों के खौफ के चलते हमें जंगल में रहना पड़ रहा है