स्कूल में लगी परमवीर चक्र विजेता योद्धाओं की तस्वीरों और वीरगाथाओं ने ही उन्हें वायुसेना में जाने की प्रेरणा दी थी

 स्कूल में लगी परमवीर चक्र विजेता योद्धाओं की तस्वीरों और वीरगाथाओं ने ही उन्हें वायुसेना में जाने की प्रेरणा दी थी



न्यूज़।परमवीर चक्र योद्धाओं से प्रेरित होकर एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया ने अपने स्कूल में मिग-21 स्थापित करवाया है।

 केंद्रीय विद्यालय सेक्टर-47 ग्राउंड में भारतीय वायु सेना से रिटायर्ड मिग-21 लड़ाकू विमान शान से खड़ा है। भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया (Air Chief Marshal Rakesh Bhadauria) इस स्कूल के पूर्व छात्र रह चुके हैं। यहां लगी परमवीर चक्र विजेताओं की तस्वीरें देखकर ही वह वायु सेना में जाने के लिए प्रोत्साहित हुए थे। इसी कारण, 6 सितंबर को हुई एलुमनी मीट में उन्होंने अपने स्कूल को खास उपहार दिया। उन्होंने स्कूल के ग्राउंड में भारतीय वायुसेना से रिटायर्ड लड़ाकू मिग-21 स्थापित करवाया। इसकी तैयारियां पिछले 6 महीने से चल रही थी।

इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्कूल में लगी परमवीर चक्र विजेता योद्धाओं की तस्वीरों से ही उन्हें वायु सेना में जाने की प्रेरणा मिली थी। वायु सेना प्रमुख बनने के बाद इसी कारण से उन्होंने अपने स्कूल के लिए कुछ करने की बात सोची थी। अब उनके प्रयास से ही स्कूल में मिग-21 विमान स्थापित किया गया है। 

स्कूल ने संजोया परमवीर चक्र विजेता योद्धाओं का इतिहास

केंद्रीय विद्यालय सेक्टर-47 में परमवीर चक्र विजेता शूरवीरों की यादों और इतिहास को अच्छी तरह सहेज कर रखा गया है। स्कूल के अंदर एक दीवार पर 21 परमवीर चक्र विजेता योद्धाओं के नाम और उनकी वीरगाथा अंकित है। फोटो गैलरी में वर्ष 1947 में मेजर सोमनाथ शर्मा से लेकर 1999 के कारगिल युद्ध में शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा की शौर्यगाधा का जिक्र किया गया है। हर फोटो के साथ वीर सैन्य अफसरों द्वारा किए गए काम की जानकारी है। 

चंडीगढ़ केंद्रीय विद्यालय सेक्टर-47 में क्लासमेट्स के अपने क्लास रूम में बैठे एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया। 

एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया का कहना था कि स्कूल में एडमिशन के समय यहां तीन से चार परमवीर चक्र योद्धाओं का इतिहास था। उन्होंने वर्ष 1980 में जब वायुसेना ज्वाइन की तो ये योद्धा हमेशा उनके दिमाग में रहे। एयर चीफ मार्शल बनने के बाद वह स्कूल को कुछ देना चाहता थे ताकि स्टूडेंट्स इसे देखकर मोटिवेट हो सकें। भारतीय सेना में जाने का जज्बा रखते हुए देश सेवा करें। इसीलिए, उन्होंने मिग-21 एयरक्राफ्ट स्कूल को दिया है।

स्कूल ने संरक्षित किया चीफ एयर मार्शल का संदेश और क्लास रूम

चंडीगढ़ के केवी-47 ने एयर चीफ मार्शल राकेश भदौरिया के क्लास रूम और उनके संदेश को संरक्षित करके रखा है।

केवी-47 ने एयर चीफ मार्शल द्वारा दिए गए एयरक्राफ्ट को संभालने के अलावा उसका संदेश और क्लासरूम विशेष रूप से सहेजा है। क्लासरूम में आरकेएस भदौरिया की वर्तमान फोटो के साथ स्कूल समय की फोटो भी संभाली गई है। एडमिशन के लिए आवेदन करने से लेकर उनकी अटेंडेंस और रिजल्ट तक को स्कूल ने संभालकर रखा है ताकि स्टूडेंट्स को उसकी जानकारी मिल सके। ACM Rakesh Bhadauria ने इस स्कूल से 11वीं तक की पढ़ाई की थी।

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