नंद घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल कि
कृष्ण जन्म कि कथा सुन झूमे भक्त,भावविभोर हो किया नृत्य
भगवत सेवा मे लीन रहने से सुधरता है जीवन:व्यास
गिरिराज शुक्ला
बिंदकी फतेहपुर।छोटी काशी शिवराजपुर के बम अखाड़ा हनुमान मंदिर में चल रही साप्ताहिक श्रीमद्भागवत कथा के चतुर्थ दिवस श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया।कथा के दौरान जैसे भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद घर आनंद भयो,जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूंज उठा।इस दौरान लोग झूमने-नाचने लगे।कथा व्यास पंडित गोकरन जी महाराज ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन किये गये कर्म से ही आते हैं।कहा जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ जेल के ताले टूट गये,पहरेदार सो गये।वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए।प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है।कृपा न होने पर प्रभु मनुष्य को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं।भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी जमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया।वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्ति रूपा बेटी को लेकर चले आये।उन्होंने बताया कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है।ऐसे में वह बंधन में आ जाता है।मानव को अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए।कथा समापन पर आरती और प्रसाद वितरित किया गया।इस मौके पर प्रमुख रूप से दीपक त्रिपाठी,अवधेश त्रिपाठी, धनन्जय द्विवेदी,आलोक गौड़,प्रदीप तिवारी,वैभव,शालिकराम दीक्षित, प्रवीण सिंह,रजनीश दीक्षित,अमन त्रिपाठी,महेश सिंह,सुनील शुक्ला, लाला सिंह आदि उपस्थित रहे।