कहीं दिख रही खुशी तो कहीं दिख रहा गम
बिंदकी फतेहपुर।किसी को भी नहीं पता था कि भगवान किसानों की इतनी कड़ी परीक्षा भी लेगा 2 दिन से हो रही लगातार बरसात से कहीं खुशी तो कहीं गम का माहौल साफ दिखाई देने लगा है जिन किसानों के खेतों पर खड़ी धान की फसल पर बाली आ गई है वह किसान पूरी तरह से बर्बाद होते दिखाई दे रहे हैं चल रही तेज हवाएं और हो रही बारिश से किसानों का धान की फसल जमीन पर लेट गई है।
कुदरत का कहर लगातार जारी है सारी रात तेज हवाओं और बारिश ने लोगों को झकझोर कर रख दिया है किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ दिखाई देने लगी है अधिकांश किसानों की अरहर वा गन्ने की फसल तो पूरी तरह से जमीन पर धराशाई हो गई है।
मौसम ने ऐसी करवट बदली है खुद किसी को यह अंदाजा नहीं था हल्की बारिश से जहां किसानों के चेहरे पर खुशी का माहौल था तो वहीं लोगों को गर्मी से काफी राहत मिल रही थी मगर 24 घंटे हो गए आसमान से बारिश के रूप पर कहर बरस रहा है और तेज हवाओं ने लोगों का जीना हराम कर रखा है कहीं-कहीं तो घर गिरी से लोगों की जानें भी जा चुकी हैं
अब तो लोगों की जबान से एक ही आवाज निकलने लगी है हाय राम अब क्या होगा अगर तेज हवाएं और बारिश ना रुकी तो किसानों की फसलें पूरी तरह से चौपट और बर्बाद हो जाएगी किसानों को अपनी लागत निकाल पाना भी मुश्किल होगा