गड्ढा मुक्त सड़कों का सरकारी दावा हुआ फेल वाहन हो रहे क्षतिग्रस्त

 गड्ढा मुक्त सड़कों का सरकारी दावा हुआ फेल वाहन हो रहे क्षतिग्रस्त



ललौली फतेहपुर।उत्तर प्रदेश में सरकारी दावा गड्ढा मुक्त सड़कों का है लेकिन हर दिन होते सड़क हादसे और उनमें घायल होकर अस्पताल की सैर करने वाले राहगीर या फिर मौत की आगोश में हमेशा के लिए सोने वाले मृतक और गड्ढों में भारी वाहनों की क्षतिग्रस्ती इस सरकारी दावे को खोखला साबित करते हैं जिले में 3 दिन की बारिश ने सड़कों की पोल ही खोल कर रख दी है। बांदा से कानपुर और बांदा से फतेहपुर सड़कों के गड्ढों में जलभराव के कारण चार पहिया वाहन फस जाते हैं और चल रहे ओवरलोड ट्रक इन गड्ढों में जैसे ही कूदते हैं वैसे ही ओवरलोड ट्रकों के एक्सल या सेंटर बोल्ट टूट जाने से गड्ढों पर खड़े हो जाते हैं जिसके चलते आए दिन लंबा जाम लगा रहता है और आवागमन पूरी तरह 20, 30 घंटों के लिए बाधित हो जाती है राहगीर परेशान होते रहते हैं अगर किसी को जिले या दूसरे जिले में जाना हो तो घर से बाहर कतई ना निकले। बांदा सागर रोड बुरी तरह से जर्जर हो चुकी है जिसके गड्ढे ही असली पहचान बन चुकी है अगर किसी को बहुवा फतेहपुर कानपुर या बांदा जाना हो तो दिन भर का समय लग जाता है। जिम्मेदार अधिकारी ऐसी परेशानियों पर नजर नहीं डालते हैं जबकि समय रहते आंख बंद रखते हैं वहीं पुलिस प्रशासन भी ओवरलोड मोरम और गिट्टी के ट्रकों को सीज करने की कार्यवाही ना करने की खुली छूट देता रहता है जिससे ऐसे ओवरलोड ट्रक सड़कों को जर्जर बना देते हैं

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