आध्यात्मिक पथ पर अग्रसर करते है गुरु
गुरु की सत्ता और महत्ता पर किया व्याख्यान
बिदकी फतेहपुर-।मलवा विकास खण्ड के जलाला गाव मे आयोजित गुरु कि सत्ता एवं महत्ता के व्याख्यान प्रवचन मे विद्वानो ने चर्चा किया।राम कथावाचक यदुनाथ अवस्थी ने गुरु कि महत्ता पर चर्चा करते हुये कहा इस संसार सागर मे कोई भी बिना गुरु के तर नही सकता है।गुरु के चरणो के रज मात्र मे शिष्य का कल्याण निहित है।कहा गुरु न सिर्फ हमें सही-गलत का ज्ञान कराते हैं,बल्कि वे आध्यात्मिक पथ पर भी अग्रसर करते हैं।तभी तो ईश्वर भी खुद की बजाय सर्वप्रथम गुरु को पूजने की बात कहते हैं।
संत स्वामी नारदानंद जी महाराज ने कहा गुरु और शिष्य का रिश्ता समर्पण के आधार पर टिका होता है। जीवन-समर को पार करने के लिए सद्गुरु रूपी सारथी का विशेष महत्व होता है।जीवन में खासकर आध्यात्मिक सफलता की दिशा में बढ़ना हो,तो गुरु का मार्गदर्शन अनिवार्य रूप से लेना पड़ता है।अनिल सिंह व राजेंद्र सिंह ने भजनो के माध्यम से गुरु सत्ता पर प्रकाश ड़ाला।कार्यक्रम का संचालन आलोक गौड़ ने किया।इस मौके पर आयोजक रामशंकर साहू,शीतलदीन यादव,अंकुश साहू,रामचंद्र सैनी रामप्रसाद यादव,राकेश साहू,सुग्रीव सिंह आदि रहे।