सरकारी मापदंड से बेपरवाह खनिज खदान अम्लोर खंड 7 ओवर लोडिंग का अड्डा शतप्रतिशत।
संवाददाता बांदा :- खनिज विभाग की अधीनस्थ अमलोर खंड 7 खनन माफिया सक्रियता से कर रहे गोरखधंधा।
जनपद बांदा को लक्ष्य के सापेक्ष लगा रहे हैं राजस्व का चूना। स्थानीय अंश धारक
का संरक्षण प्राप्त प्रशासनिक अमला निदेशालय के मानकों को ताक में रखकर जिला प्रशासन को कर रहे गलत सूचनाओं का प्रसारण l
वर्दी वालों एवं संबंधित खनिज के कर्मचारियों का दिखावा मात्र चालानी एवं राजस्व की वसूली।
अम्लोर खदान संचालक पट्टा धारक के गुर्गे स्थानीय भूमिधारो को अदालती धमकी के साथ दबाव बनाकर कर रहे भूमि का उपयोग स्थानीय ग्राम किसानों में विवाद की संभावनाएं।
जल स्रोत के मध्य धारा से कर रहे बालू का दोहन मानक से विपरीत प्रशासन को ठेंगा दिखाने वाली नियत से कर रहे हैं अमल।
हरे भरे वृक्ष को नेस्तनाबूद कर करा रहे रास्ते का निर्माण भूमिका कटान के साथ उप खंडन का विस्तार करते नजर आ रहे हैं पट्टा धारक।
ओवरलोड की चर्चा व्यर्थ साबित हो रही है प्रदेश प्रशासन और जिला प्रशासन की नहीं है फिक्र,बयानबाजी में सरकारी तंत्र है व्यर्थ गूगल मैप की लोकेशन को भी गलत साबित करने की नियत रखते हैं l
वर्दी की परवाह न कर सब टॉप टू बॉटम है खदान संचालक की मुट्ठी में, समाचार लेखन के पुरोधा कर रहे अम्लोर खदान खंड 7 पट्टा धारक की मध्यस्थता का कार्य, खनिज विभाग को अंगूठा,सूचना विभाग को प्रणाम करते हुए गुलाम होकर भी प्रमाण पत्र दिखाते हैं मालिक का।
चौथे स्तंभ का कार्य है प्रशासन को आईना दिखाने का अब स्पष्ट होगा कि जानबूझकर अंधे बनने का अभिनय है या माननीय योगी जी की आंख में धूल झोंकने का।
सीधे संबंधित खनिज को पूर्ण रूप में संज्ञान,कर रहे हैं अविलंब कार्यवाही,फिर भी अम्लोर खदान खंड 7 के पट्टा धारा किसी के नियंत्रण में नही कर रहे मनमानी।