लाखों करोड़ों रुपए खर्च करने के बाद भी नहीं हो पा रही गौशाला की व्यवस्था "किसान परेशान"
बाँदा - आपको बता दें पूरा मामला बांदा जनपद के बड़ोखर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत फतपुरवा का है जहां पर आज भी ग्रामीणों के अनुसार 200 से 300 गोवंश अन्ना है। किसानों की फसलें उजडी जा रही है। किसान परेशान है वही इस विषय पर जब प्रधान से बात की गई प्रधान जी का कहना है कि हमारे यहां किसी सचिव की तैनाती नहीं है। जिसके कारण किसी तरह की धनराशि नहीं निकल पा रही है और अभी तक यहां पर गौशाला की व्यवस्था नहीं थी अभी हम अपने स्तर से करवा रहे हैं वही सरकारों द्वारा कहा जाता है कि लाखों करोड़ों रुपए गौशालाओं के नाम पर दिया जाता है लेकिन ग्राम पंचायत पुरवा के प्रधान का कहना है कि गौशाला के नाम पर हमें एक रुपए नहीं मिला है और नवनिर्मित अस्थाई गौशाला जो कि ग्राम प्रधान के द्वारा बनाई जा रही है वहां पर एक गोवंश बीमार पड़ा है तड़प रहा है लेकिन उसकी कोई इलाज करने वाला नहीं है इस बारे में जब प्रधान से बात की गई तब उन्होंने कहा कि हमारे यहां गौशाला ही नहीं है तो डॉक्टर कहां से आएंगे गौशाला कंप्लीट करवा रहे हैं गौशाला तैयार हो जाएगी और किसी सचिव की तैनाती हो जाएगी तब कुछ व्यवस्था हो पाएगी अब यहां पर सवाल उठता है जिन किसानों की फसलें उजड़ रही हैं उनका मुआवजा कौन देगा उसकी भरपाई कौन करेगा किसान रातों दिन इस तरह की ठिठुरन भरी सर्दी में खेत की रखवाली करने को मजबूर है