बारिश ने बढ़ाई ठंड, घरों में दुबके लोग मार्गों पर दिन भर पसरा रहा सन्नाटा

 बारिश ने बढ़ाई ठंड, घरों में दुबके लोग मार्गों पर दिन भर पसरा रहा सन्नाटा 



जरूरी कामों से निकलने वाले लोग भीगते नजर आए 


फतेहपुर। जनवरी का महीना शुरू होते ही सर्दी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। तीन दिनों से जहां मौसम ने करवट ले ली थी वहीं गुरूवार की सुबह से ही बारिश ने भी दस्तक दे दी। जिसके चलते ठंड में भी इजाफा हो गया है। ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में दुबके रहे। मार्गों में दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। जरूरी कामों से निकलने वाले ठंड से बचने के लिए मुंह ढके युवतिया।भीगते नजर आए। ठंड का यह कहर अभी जारी रहेगा। 



ठंड से बचने के लिए मुंह ढके युवतिया।


बताते चलें कि बीते साल के दिसंबर माह में ठंड में इजाफा हुआ था लेकिन दिन जाने के साथ ही ठंड का कहर भी कम हो गया था लोगों को महसूस हो रहा था कि इस बार ठंड कम होगी लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। जनवरी का महीना शुरू होते ही ठंड अपने शबाब पर पहुंचना शुरू हो गई। तीन दिनों से जहां कोहरे के साथ ठंड बढ़ गई वहीं गुरूवार को सुबह से ही बारिश ने दस्तक दे दी। बारिश के चलते ज्यादातर लोग अपने-अपने घरों में रजाई व कंबल में दुबके रहे। कोरोना व ओमिक्रोन वायरस के चलते विद्यालयों में अवकाश होने पर बच्चे भी घर पर मौजूद रहे और ठंड मिटाने के लिए आग व रूम हीटर का सहारा लेते रहे। उधर बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। इक्का दुक्का ग्राहक भी दुकानों पर दिखाई दिए। एकाएक ठंड बढ़ने से रूम हीटर व ब्लोवर की मांग बाजार में बढ़ गई है। उधर जरूरी कामों से निकलने वाले लोग अपने आपको पूरी तरह गर्म कपड़ों से ढके व बारिश में भीगते नजर आए। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार तीन दिनों तक मौसम साफ नहीं होगा। लगातार रिमझिम बारिश के आसार हैं। जो ठंड को और बढ़ाने का काम करेगा। 

बारिश से फसलों को हुआ नुकसान 


 मौसम में परिवर्तन के कारण क्षेत्र में जहां ठंड बढ़ गई वहीं बारिश के कारण किसानों की कुछ फसलों को नुकसान भी हुआ है। खेत में आलू की लगी फसलों में पानी भरने के कारण किसान को नुकसान की चिंता सताने लगी है। किसानों ने कहा कि अभी सिंचाई की गई है और कुछ खेतों में पाला की दवाई भी छिड़काव के लिए बाकी है। वहीं पर कोड़ारवर के अर्जुन सिंह पटेल व मुकेश दुबे ने बताया कि 5-5 एकड़ आलू लगाया है, अगर ज्यादा बारिश हो गई तो कई लाखों का नुकसान हो जाएगा। उधर आलू के साथ-साथ सरसों की फसल को भी नुकसान है। क्योंकि इस समय सरसों में फूल खिल रहे हैं जो बारिश में झड़ जाएंगे। किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आ रही हैं। 


कच्ची ईंटे टूटने से पथेरे मायूस


गुरूवार की सुबह से ही जो बारिश शुरू हुई वह पूरे दिन जारी रही। बारिश के कारण ईंट भट्ठों में पाथी गई कच्ची ईंटों को नुकसान हो गया। पथेरों ने ईंटों को बचाने का प्रयास तो किया लेकिन प्रयास नाकाफी रहे। जिससे वह भी मायूस नजर आए। उधर जंगलो में ठंड से भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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