पिता द्वारा पुत्री को देना चाहिए संस्कार रूपी उपहार
3 दिवसीय आर्य समाज के वार्षिक उत्सव का हुआ समापन
बिंदकी फतेहपुर।पिता द्वारा पुत्री की शादी में विदाई के समय संस्कार रूपी उपहार देना चाहिए यह बात नगर के ललौली चौराहे के समीप दयानंद इंटर कॉलेज के सामने आर्य समाज मंदिर में तीन दिवसीय वार्षिक उत्सव के तीसरे और अंतिम दिन लखनऊ से आए वहां उपदेशक आचार्य विश्व व्रत शास्त्री ने कहा कि विवाहित स्त्री को ससुराल में सास ननंद व जेठानी की बातें को ध्यान से सुनना चाहिए और उनकी बातों का अनुकरण करना चाहिए साथ ही ननद व देवरानी से सखियों जैसा व्यवहार करना चाहिए यदि पति कभी क्रोधित हो जाए तो ऐसा कार्य न करें कि पति का क्रोध और बढ़ जाए धन पैसा का कभी अभिमान नहीं करना चाहिए ऐसी स्त्रियां गृहणी बनती हैं और घर को खुशहाल बनाने का काम करती हैं। इस मौके पर अमृतसर से आए भजन उपदेशक पंडित दिनेश आर्य पथिक ने भजन के माध्यम से सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने की बात कही। इस मौके पर वेद प्रकाश गुप्ता अरविंद गुप्ता पप्पू प्रेम धर अरविंद ओमर विश्वनाथ ओमर ओम जी गुप्ता कृष्ण कुमार उर्फ ननकऊ डॉक्टर महेश आर्य वीरेंद्र गुप्ता अश्वनी गुप्ता स्वाति ओमर रविंद्र सिंह सरोज गुप्ता ज्ञानेंद्र गुप्ता उर्फ पप्पू रविंद्र आर्य उर्फ़ गप्पू सुरेश कुमार बड़े गुप्ता आदि लोग मौजूद रहे।