हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के जरिये होगी क्षय रोगियों की खोज
जिले में 30 सितम्बर तक चलेगा अभियान
फतेहपुर। वर्ष 2025 तक देश को क्षय रोग से मुक्त करने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने में विभाग विभिन्न प्रयास कर रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत अब हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के माध्यम से क्षय रोगियों को चिन्हित किया जाएगा। यह जानकारी जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ निशांत सैयद शहाबुद्दीन एस एम यूनुस ने दी है। डीटीओ ने अपील की है कि लोग अभियान से जुड़ें और निकटतम स्वास्थ्य केंद्र जाकर टीबी से संबंधित जानकारी लें। यदि टीबी के लक्षण हों तो निःशुल्क जांच व इलाज कराएं। सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच और इलाज निःशुल्क उपलब्ध है।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के जरिए क्षय रोगियों को खोजने का अभियान शुरू हो गया है जो 30 सितंबर तक चलाया जाएगा जिले में 223 हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर हैं जिनके जरिए 3950 संभावित क्षय रोगियों के बलगम की जांच का लक्ष्य रखा गया है। सीएचओ क्षय रोगियों के चिन्हीकरण, जांच, इलाज, निक्षय पोषण योजना के तहत लाभ लेने में सहयोग देंगे। आशा और एएनएम टीम बनाकर इन 223 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से संभावित क्षय रोगियों की पहचान करेंगी द्य क्षय रोग के संभावित लक्षण वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके बलगम के नमूने एकत्रित करेंगी द्य इसके बाद सीएचओ संकलित नमूने को नजदीकि जांच केंद्र में भेजेंगे द्य जांच में की रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर मरीज को निक्षय पोर्टल पर नोटिफ़ाई किया जाएगा और उनका इलाज शुरू कर दिया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जो क्षेत्र हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर के अभियान कार्यक्षेत्र से बाहर हैं उक्त क्षेत्र के वर्तमान क्षय रोगियों के घर पर आशा कार्यकर्ता द्वारा भ्रमण कर उन्हें नियमित दवाओं का सेवन करने, 6 माह तक लगातार इलाज करने एवं दवा के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में परामर्श देंगी द्य सीएचओ द्वारा अपने क्षेत्र में तीन उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों का चयन किया जाएगा जहां सभी गतिविधियां प्राथमिकता के आधार पर की जाएंगी द्य यह प्राथमिकता वाले क्षेत्र होंगे दृ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दूरस्थ क्षेत्र, कोरोना से ज्यादा प्रभावित क्षेत्र और ऐसे क्षेत्र जहां विगत दो सालों में अधिक क्षय रोगी या कोविड रोगी चिन्हित हुए हों। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के क्षेत्र में स्थित विद्यालयों में से प्रति सप्ताह एक विद्यालय में क्षय रोग पर गोष्ठी या पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन कर छात्रों को क्षय रोग के बारे में जागरूक किया जाए।
इनसेट --
क्या हैं टीबी के लक्षण ?
दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से खांसी आना
बलगम के साथ ख़ून का आना वजन में पिछले तीन माह से लगातार कमी आना
रात में पसीना आना
शाम के समय बुखार आना।