जमुना का रूद्र रूप देख जिलाधिकारी आला अफसरों के साथ जमुना तटवर्ती इलाकों का किया औचक निरीक्षण।
अफसरों व राजस्व टीम को निर्देश दिए गए। ग्रामीणों को सुरक्षित जगह ठहरने के लिए बनाया गया राहत केंद्र
फतेहपुर जिले में जमुना की बाढ़ में 30 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं तटवर्ती इलाके के ग्रामीणों के अंदर दहशत का माहौल फैल गया है। जिस तरह जमुना का जलस्तर लगातार विकराल रूप धारण कर रहा है।उसको देखते हुए जिला अधिकारी श्रुति सिंह पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने आला अफसरों के साथ प्रभावित इलाको का औचक निरीक्षण किया। जिला अधिकारी श्रुति सिंह के आदेश से बाढ़ पीड़ितों को ठहरने व खाना पानी के लिए ललौली इंटर कॉलेज में राहत केंद्र बनाया गया है जिससे बाढ़ प्रभावित लोगों को किसी तरह की मुसीबतों का सामना ना करना पड़े। वहीं बाढ़ प्रभावित गांव पल्टूपुर,दसौली,ललौली, कनक, अढावल, डडियार,मैनाही,हड़ाही, खागा,किशनपुर आदि दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं वही बांदा कानपुर हाईवे मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है ललौली मस्तौर का संपर्क टूट गया है।यातायात पूरी तरह से प्रभावित हो गया है फतेहपुर जिले से कई जिलों को जोड़ने वाले मार्ग भी बंद हो गए हैं। वही अधिकारियों ने बताया कि अभी और पानी आने की संभावना है। पिछले वर्ष से इस बार 2 मीटर पानी ज्यादा आने की संभावना है। वहीं कई गांव का संपर्क टूटने के बाद वहां पर नाव का संचालन शुरू किया गया है। साथ ही ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने की अपील की है। यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण तटवर्ती इलाके में हाई अलर्ट जारी करते हुए राजस्व कर्मी व पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है। जगह-जगह चौकियां बना दी गई हैं।वही ललौली इंटर कॉलेज में बाढ़ राहत केंद्र बनाया गया है जहां पर खाना पानी दवाइयों की सुविधा उपलब्ध करा दी गई है। बाढ़ में संक्रमण फैलने का खतरा देखते हुए डॉक्टरों की टीम गठित कर दी गई है ताकि किसी बाढ़ प्रभावित लोगों को दिक्कत का सामना ना करना पड़े