अभियुक्तों से जान का खतरा होने पर पुलिस अधीक्षक के द्वार पहुंचे दौलतियापुर के ग्रामीण
ललौली(फतेहपुर)।जनपद फतेहपुर के ग्राम दौलतियापुर थाना ललौली में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी 9 अगस्त को विशाल दंगल का आयोजन किया गया था। अभिलाषा यादव व दंगल में आए हुए लोग व्यवस्था व देखरेख में लगे हुए थे। तभी तकरीबन 4:00 बजे शाम को गांव के ही मनोज कुमार पुत्र राम सिंह, प्रकाश पुत्र रामराज, राम बहादुर पुत्र रामनाथ, बाबू सिंह पुत्र गंगा प्रसाद, देवा पुत्र राम सिंह, दंगल में आ गए जिनके पास लाठी-डंडे व असलहे थे दंगल में आकर इन लोगों ने अभद्रता शुरू कर दी। जिसका विरोध अभिलाषा यादव के देवर व दंगल संचालक राघवेंद्र सिंह के द्वारा किया गया किंतु इन अराजक तत्वों ने राघवेंद्र सिंह के सीने में राइफल लगा दी और उसे जान से मारने की धमकी देने लगे। अभिलाषा यादव के परिवार वालों व गांव के अन्य लोगों से मारपीट शुरू कर दिया। वही असलहा लेकर आए अभियुक्तों द्वारा कई राउंड फायर भी किया गया मगर फायर मिस हो गई। दंगल में चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई भीड़ में लोग अपनी जान बचा कर इधर-उधर भागने लगे। तभी अभियुक्त गण गाली गलौज व जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चले गए। मौके पर मौजूद चंद्रिका प्रसाद पासवान, दयाराम पासवान, अर्जुन, विमलेश, अमरचंद, नीरज, लालमन, वीरेंद्र, पप्पू व अन्य क्षेत्र के 100 से 150 लोग वहां मौजूद रहे जिन्होंने सारी घटना अपनी आंखों से देखी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बिना कोई कार्यवाही किए वहां से चली गई। अभिलाषा यादव व अन्य लोग थाने रपट लिखवाने गए किन्तु रपट नहीं लिखी गई। प्रतीत होता है कि अभियुक्त गणों की राजनीतिक संरक्षण में होने से ललौली थाना अध्यक्ष उन पर कोई कार्यवाही नहीं कर पा रहे हैं जिस पर ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाते हुए बताया कि यदि किसी प्रकार की घटना उनके साथ होती है तो उसकी जिम्मेदारी ललौली थाना अध्यक्ष की होगी शीघ्र कोई कार्यवाही कर उन्हें भय मुक्त किया जाए।