अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस का आयोजन
फतेहपुर।श्री कृष्ण आदर्श विद्या मंदिर मूकबधिर एवं मानसिक मंदित दिव्यांग शैक्षिक व्यावसायिक एवं पुनर्वासन विद्यालय खम्भापुर फतेहपुर में अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चंद्रपाल सिंह पूर्व प्रधानाध्यापक विशिष्ट अतिथि किसान सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष जैद अहमद ममता फाउंडेशन के अध्यक्ष नीतेश श्रीवास्तव कार्यक्रम की अध्यक्षता संस्था के उपाध्यक्ष डॉ0 वकील अहमद अहमद व संचालन छात्रावास अधीक्षक मनीष कुमार सिंह ने किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ चंद्रपाल’ डॉ0 वकील अहमद व सीताराम यादव ने संयुक्त रूप से मां शारदे की प्रतिमा में माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके किया। मुख्य अतिथि चन्द्रपाल ने कहाकि संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिनांक 19 दिसंबर, 2017 द्वारा 23 सितंबर को "अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस" के रूप में घोषित किया है ताकि सांकेतिक भाषा के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। "वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ द डेफ" हर साल 23 सितंबर को सांकेतिक भाषा दिवस आयोजित करने के लिए एक थीम सुझाया गया है और इस वर्ष की थीम "साइन लैंग्वेज यूनाइट अस" है। प्रबंधक सीताराम यादव ने कहा कि भारतीय सांकेतिक भाषा अनुसंधान और प्रशिक्षण केंद्र (आईएसएलआरटीसी), दिल्ली की स्थापना सितंबर, 2015 में दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग के तहत एक स्वायत्त संगठन के रूप में की गई है, जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देना, जनशक्ति को प्रशिक्षण देना और इसके संवर्धन के लिए अनुसंधान करना है। जो दूसरों के बीच में भारतीय सांकेतिक भाषा का समन्वय स्थापित करती है। स्पीच थैरेपिस्ट प्राणेश ने कहाकि सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देने के लिए 19 से 25 सितंबर 2022 तक की अवधि को 'बधिरों के अंतर्राष्ट्रीय सप्ताह' के रूप में मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य आयोजन सांकेतिक भाषा दिवस के रूप में किया जा रहा "साइन लैंग्वेज यूनाइट अस" विषय का वीडियो वेबसाइट:http://www.islrtc.nic.in/ पर उपलब्ध है और इसे आप सभी आसानी से देख सकते हैं। किसान सेवा सहकारी समिति के अध्यक्ष जैद अहमद व ममता फाउंडेशन के अध्यक्ष नीतेश श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त कियेl प्रधानाचार्य महेन्द सिंह ने कहा कि श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिये सांकेतिक भाषा संचार एक महत्वपूर्ण साधन है सामान्य सांकेतिक भाषा के भावों को समझने और सीखने से हमें उनके साथ आसानी से संवाद करने में मदद मिलेगी हम एक समावेशी संवादक समाज बनाने में सक्षम बनायेगा हम हर वर्ष 23 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस मनाते है ताकि हम श्रवण बाधित व्यक्तियों के सशक्तिकरण के प्रति अपनी एकजुटता और प्रतिबद्धता को प्रदर्शित कर सके हमारी सरकार समावेशी और सभा के विकास के लिए प्रतिबंध है आइए हम सब मिलकर सांकेतिक भाषा को बढ़ावा देने के लिए हाथ मिलायेl संचालक मनीष कुमार सिंह ने सांकेतिक भाषा पर विस्तार से चर्चा की। आगे कहाकि सांकेतिक भाषाएं हमें एकजुट करती है। अध्यक्षता कर रहे डॉ वकील अहमद ने कहा कि गृह मंत्री की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यान्वयन समिति ने 23 सितंबर, 2022 को "आजादी का अमृत महोत्सव" उत्सव के हिस्से के रूप में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय द्वारा आयोजित और मनाए जाने वाले कार्यक्रम - "साइन लैंग्वेज डे" के रुप में मंजूरी दी गई है। जिसके अनुपालन में संस्था द्वारा अंतरराष्ट्रीय संकेतिक भाषा दिवस मनाया जा रहा है।
कार्यक्रम में ममता फाउंडेशन के अध्यक्ष नीतेश श्रीवास्तव द्वारा दिव्यांग बच्चों के बीच केक काटकर संकेतिक भाषा दिवस मनाया गया।
अंत में 39 दिव्यांग बच्चों को टॉफी नमकीन व फल आदि उपहार भेंट किया गया। जिसको पाकर सभी दिव्यांग बच्चें खुशी से झूम उठे। जिसको जिसको देखकर सभी के हृदय में असीम सुख प्राप्त हुआ।
इस अवसर पर प्रमुख सहयोगी हार्दिक अग्रहरी, अर्जुन सिंह, हेमंत सिंह, सर्वेश कुमार, रंजन सिंह, सुमन देवी, राजेंद्र कुमार, आशा देवी, सुनीता देवी सहित विद्यालय छात्र व अभिभावक उपस्थित रहे।