बदलती जिंदगी पुस्तक का कारागार राज्यमंत्री ने किया विमोचन

 बदलती जिंदगी पुस्तक का कारागार राज्यमंत्री ने किया विमोचन



पुस्तक का विमोचन करते कारागार राज्यमंत्री


फतेहपुर।अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर फतेहपुर कारागार में निरुद्ध निरक्षर बंदियों द्वारा कारागार में रहते हुए जो पढ़ना-लिखना सीखा है, उस पर बनी पुस्तक बदलती जिंदगी-बंदियों के साक्षरता की ओर बढ़ते कदम का विमोचन गुरुवार को लखनऊ में कारागार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति द्वारा किया गया। इस पुस्तक में उन महिला व पुरुष बंदियों द्वारा अपनी कहानी अपनी जुबानी बयां की गई है, जोकि जेल में प्रवेश के समय निरक्षर थे परंतु अब वह बंदी लोग कारागार में रह कर पढ़ना-लिखना सीख गए हैं

जनपद फतेहपुर के जेल अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान ने कारागार राज्यमंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया। कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं के अनुरूप व शासन की नियमावली के तहत कारागार को सुधार ग्रह के अनुरूप बनाना व बंदियों को साक्षरता की ओर ले जाना ही मुख्य मक़सद है। विमोचन के बाद हुई दूरभाष पर चर्चा के दौरान जेल अधीक्षक मोहम्मद अकरम  खान ने अवगत कराया कि पुस्तक विमोचन के उपरांत कारागार राज्यमंत्री ने पुस्तक व पुस्तक लिखने में रुचि दिखाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इसी के साथ जेल अधीक्षक मोहम्मद अकरम खान ने सर्वप्रथम जेल अध्यापक अक्षय प्रताप सिंह उसके बाद अन्य अध्यापकों ,अध्यापिकाओं का आभार प्रकट किया। साक्षर हुए बंदियों व उनके सहयोग के प्रति भी आभार व्यक्त किया। वही जिला कारागार अधीक्षक ने बंदियों के पढ़ाई लिखाई पर भी विशेष ध्यान दी जा रहा है समय समय पर सुलेख प्रतियोगिता भी कराई जा रही है उस प्रतियोगिता में प्रथम स्थान द्वितीय स्थान तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले बंदियों को पुरस्कृत भी किया जा रहा है बहुत से ऐसे बंदी है जो अपना नाम नही लिख पाते थे आज कारागार प्रशासन अध्यापक, अध्यापिकाओं द्वारा शिक्षा दी जा रही है आज बंदी पढ़ लिख कर अपना नाम के साथ साथ सुलेख लिखना सीख गए है जिला कारागार प्रशासन की कड़ी मेहनत से आज बंदी पढ़ाई लिखाई पर विशेष ध्यान दे रहे।

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