वतन के रखवालों के प्रति आपार प्रेम देख देशभक्त शिवकरन का

 वतन के रखवालों के प्रति आपार प्रेम देख देशभक्त शिवकरन का 


हि.प्र.नालागढ एम एले लखविंदर सिंह राणा ने किया भव्य सम्मान


फतेहपुर। दोआबा की पावन धरती सदैव से देश वतन के खातिर सर्वस्व न्योछावर कर देने वाले वीर बलिदानियों को जन्म देती आयी हैं 1857 में भारत आजाद हो पाण्डु नदी तट पर श्री नकटा रौली शक्ती पीठ मन्दिर तराई के मैदानों में कई बार आमने-सामने युद्ध में खागा गढी के अमर शहीद ठाकुर दरियाव सिंह और गौतम क्षत्रिय जोधा सिंह अटैया तात्या टोपे जैसे कई महान क्रांतिकारी महायोद्धाओं ने अंग्रेजी हुकूमत के दाँत खट्टे कर दिए थे आखिर में अंग्रेजो को दोआबा की धरती को छोड अपने प्राणों को बचाके भागना पडा आज इसी पावन वीर बलिदानियों की भूमि से 

ब्लॉक देवमई थाना औंग ग्राम खरौली के निवासी श्री माता वैष्णो देवी नकटा रौली सिद्ध शक्ती पीठ मन्दिर के पुजारी देशभक्त शिवसेवक महात्मा वैष्णोंदास शिवकरन 25 मार्च 2022 जिला- फतेहपुर से देश की सीमा पर पहरा दे रहे तीनो सेनाओं की सलामती के लिए राष्ट्रीय सैन्यरक्षक सम्मान प्रर्थना का माता के मन्दिर से कठोर दृड़ संकल्प लेकर देश प्रेम की भक्ती भावना में सबके साथ न्याय हो कई धार्मिक तीर्थ स्थलों से होकर लोगों में जन जाग्रति फैलाते लगातार नंगे पैर महाशक्ती ध्वजा हाथों में उठाये पदयात्रा से दूसरी बार जम्मू माँ वैष्णो किश्तवाड़ चण्डी‌ माता मचेल जा रहे थे हिमांचल प्रदेश नालागढ़ में धूप बारिश मौसम बदलाव से टाईफाइड बुखार बन गया शरीर मे केवल शेल प्लेटें चालिस हजार बची है यह हालात देख नालागढ़ एम एले लखविंदर सिंह राणा ने 23 अगस्त 2022 से 11 सितंबर 2022 प्राईवेट लार्ड महावीरा हास्पिटल दत्तोवाल आई.सी.यू.में पूरा ख्याल रख डाक्टरों से इलाज करवाया अब देशभक्त शिवकरन सबकी दुआओं और माँ भगवती ईश्वर की कृपा से पूरी तरह से स्वास्थ्य होकर जब अपने देश की रक्षा में तैनात सेनाओं की सलामती सबके साथ न्याय हो अटूट दृड़ कठोर संकल्प लिए पैदल चलने लगे तो हिमांचल प्रदेश नालागढ़ एम एले लखविंदर सिंह राणा ने कई लोगो के साथ देशभक्त  शिवकरन का भव्य स्वागत सम्मान किया और जय माता की जय भारत माता की जोर शोर के जयकारों के साथ विदाई दिया और अपने मौजूद लोगो में चर्चा करने लगे मैने ऐसा व्यक्ति पहली बार देखा है चाहे प्राण छूट जाये पर संकल्प न टूटने पाये डाक्टर बता रहे थे शरीर चलने-फिरने में असमर्थ है बुखार से शरीर में केवल चालिस हजार शेल प्लेटें बची है अपनी गाड़ी में बैठने को कहाँ पर एक भी बात नहीं मानी पैदल पाँच किलो मीटर चलकर प्राईवेट लार्ड महावीरा हास्पिटल में चक्कर खाते गये पदयात्रा का उद्देश्य बताया:- सीमा पर खडे जवानो को दैविय सुरक्षा शक्ती मिले हम सभी देवी-देवताओं की पूजा आराधना करते है बदले में वह हमें सुख शान्ती आगे बढने का आशिर्वाद देते हैं और जो सीमा पर हमारें जवान पूरे देश की रक्षा के लिए रात दिन गर्मी वर्षा ठण्ड हर मौसम की तकलीफों को सहते हुए बीस-बीस कि.लो.का वजन गोला बारुद उठाये खडे रहते है बदले में हम सब उन्हे कुछ नही देते और आज जो चैन से हम सब है उन्ही की बदौलत वह सीमा पर एक पलक भी नही झपकते मातृभूमि और शहीदों की बलिदानी आज देश की सरहद पर तैनात तीनो सेनाओं का हम सभी के सिर माथे पर कर्ज है हम सबका भी कर्तव्य बनता है ईश्वरीय शक्तियों से उनके हष्ट-पुष्ट बल प्रशन्नचित्त रहने की प्रार्थनाएं करें हर स्थिति परिस्थिति घर गाँव खेत-खलिहान में रहकर प्रर्थना किया जा सकता है धन्य है भारतवर्ष धन्य है जिला- फतेहपुर धन्य है वह माता पिता जिनकी देशभक्त शिवकरन जैसी संताने है जय माता की।

टिप्पणियाँ