कोविड-19 का पालन करते हुए जिला कारागार का निरीक्षण करके विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन

 कोविड-19 का पालन करते हुए जिला कारागार का निरीक्षण करके विधिक जागरूकता शिविर का किया गया आयोजन



फतेहपुर।सचिव पूर्ण कालिक जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि रणंजय कुमार वर्मा जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण फतेहपुर के दिशा निर्देशन में कोविड-19 के सम्बन्ध में जारी दिशा निर्देशो का पालन करते हुये जिला कारागार, फतेहपुर में जेल निरीक्षण एवं विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया।

उक्त जागरुकता शिविर में श्रीमती अर्पणा त्रिपाठी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, फतेहपुर श्रीमती रोमा गुप्ता सचिव (पूर्ण कालिक) जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, फतेहपुर व जेल अधीक्षक  मो० अकरम खान, जेलर संजय चन्द्र अंजनी कुमार डिप्टी जेलर उपस्थित रहे। 

विधिक जागरुकता शिविर में महिला बंदियों एवं पुरुष बंदियो को उनके विधिक अधिकारों की जानकारी दी गयी जिसमें बंदियों के हित में आयोजित नालसा द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओ की जानकारी भी दी गयी। जिला कारागार में कुल 20 पुरुष विचाराधीन बंदिये के प्रशिक्षण हेतु 105 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। जन शिक्षण संस्थान फतेहपुर के संस्थापक बृजेश श्रीवास्तव एवं उनकी टीम द्वारा विचाराधीन बंदियो हेतु इलेट्रिशियन का शुभारम्भ किया गया।

उपरोक्त कार्यक्रम के शुभारम्भ पर अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्रीमती अर्पणा त्रिपाठी द्वारा विचाराधीन बंदियो का पुरोत्सिाहत किया गया वायर मैन प्रशिक्षण प्राप्त कर न सिर्फ आत्म निर्भर बनने अपितु समाज का विकाश किये जाने भी प्रेरित किया गया साथ ही इनके द्वारा जेल अधीक्षक फतेहपुर को इस शुभ अवसर पर शुभ कामनाये देते हुये यह कहा गया कि आप हमारे बंदी भाईयो को आप प्रशिक्षित कर रहे है बल्कि डिप्लोमा इंजीनियर तैयार कर रहे है।

उक्त के अनुक्रम में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बंदी भईयो को प्रेरित करते हुये यह बताया गया कि प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से न सिर्फ आप सभी आत्म निर्भर बनेगें बल्कि अपने जीविकोपार्जन चलाने हेतु आप के पास एक साधन उपलब्ध होगा। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य छुपे हुये कौशल को निखार कर आपको एक अच्छा नागरिक बनाया जाना है। इसके अतिरिक्त जेल निरीक्षण के दौरान किशोर बैरक का भी निरीक्षण किया गया जिसमें कुल 30 बच्चे 18 से 21 वर्ष तक के रखे गये है जिनमें से 23 किशोर बंदी बैरक में उपस्थित पाये गये। सभी किशोर बदियों से अधिवक्ता के सम्बन्ध में जानकारी की गयी तथा यह भी बताया गया यदि उनके पास अधिवक्ता उपलब्ध न हो तो जेल अधीक्षक के माध्यम से कार्यालय जिला विधिक सेवा प्राधिकरण में प्रेषित कर सकते है। दौरान निरीक्षण अस्पताल वार्ड का भी निरीक्षण किया गया जिसमें साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था पायी गयी तथा कुछ बंदियो से उनके स्वास्थ्य का हाल चाल लिया गया एवं समय-समय पर समुचित चिकित्सा व्यवस्था मुहैया करायें जाने हेतु जेल अधीक्षक को निर्देशित किया गया। जिला कारागार स्तर पर बंदियो के हित के लिये उठाये गये कदम जिसमें बंदियो को उनकी रुचि के आधार पर लगातार प्रशिक्षित किया जा रहा है की सराहना भी अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा की गयी साथ ही सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा समय-समय पर अन्य ऐसे प्रोग्राम चलाये जाने हेतु निर्देशितः किया गया।

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