दरोगा की दबंगई असाय को नहीं दिया न्याय
बिंदकी फतेहपुर।पूरे देश में जहां एक और अन्याय के कारण रावण का अन्त हो रहा है। वही चौड़ागरा पुलिस की दमंगयी के कारण असहाय व विधवा महिला 24 घंटे से अपने घर के अंदर जाने के लिए बाहर न्याय की आस लगाए बैठी।
चौड़ागरा चौकी प्रभारी कल मंगलवार को महिला को बाहर निकालकर घर में ताला लगा कर चले आए।
पुलिस के आला अफसरों से शिकायत के बाद भी घर का ताला नहीं खुला। असहाय महिला आज विजयदशमी के दिन घर के बाहर दरवाजे के पास बैठी अपने आप को कोसती रही।
औग थाना क्षेत्र के रामपुर गांव निवासी स्वर्गीय नवल सिंह की पत्नी मुन्नी देवी मंगलवार को अपने घर में मौजूद थी दोपहर 3:00 बजे चौडगरा चौकी प्रभारी पुलिस बल के साथ घर पहुंचे और उसके पुत्र दीपू के बारे में जानकारी की महिला ने लड़के को पहुंर गांव निवासी लवकुश सिंह के पास होने की बात बताई जिस पर पुलिस ने महिला से अभद्रता करते हुए घर के बाहर निकाल कर घर में ताला डाल दिया और चाबी लेकर जाते वक्त लड़के को खोज कर लाने की हिदायत दी। महिला की एक ही बात नहीं सुनी ऊपर से जेल भेजने की धमकी भी दी। असहाय महिला अपनी बात पुलिस के आला अधिकारियों को बताई लेकिन 24 घंटे गुजर जाने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हुई विजयदशमी के त्यौहार पर महिला अपने दरवाजे पर भूखी प्यासी बैठी न्याय की आस लगाए हैं। बेसहारा महिला मुन्नी देवी ने बताया कि मेरे पास किराया तक नहीं है कि मैं उच्चाधिकारियों के दरवाजे तक पहुंच कर अपनी बात बता सकूं। और मेरे शिवा घर में कोई नहीं है ताला बंद होने के कारण 2 दिन से भूखी प्यासी बैठी हूं जानवर भी भूखे प्यासे बंधे हैं। यदि अधिकारी मेरी बात नहीं सुन रहे। तो मेरे पास आत्महत्या के सिवा कोई दूसरा रास्ता नहीं है।