आजकल स्वार्थवस होती है मित्रता:प्रमोदकृष्ण
बिंदकी फतेहपुर।नगर के बैलाही बाजार स्थित मूला देवी पार्क मे चल रही श्रीमदभागवत कथा का पूर्णाहुति व भंडारे के साथ समापन हो गया।कथा के सातवे दिवस उदासीन आश्रम वृंदावन से आये सुमधुर राष्ट्रीय कथा व्यास प्रमोदकृष्ण दास जी महाराज ने सुदामा और कृष्ण मित्रता का प्रेरक प्रसँग सुनाया।उन्होंने कहा मित्रता माँ बाप के बाद ऐसा रिश्ता है जो सबसे विश्वनीय होता है।मित्रता मे कभी चालाकी और धोखेबाजी नही होनी चाहिए।आजकल लोग स्वार्थवस मित्रता करते है और काम निकल जाने के बाद बुराई मे उतर आते है।ऐसे लोगो से बचना चाहिए।बताया सुदामा और कृष्ण की मित्रता हम सभी के लिए संदेश है की मित्र मित्र के काम आना चाहिए।देर रात्रि तक चली कथा मे फूलों की होली खेली गई।रविवार सुबह पूर्णाहुति के साथ दोपहर बाद भंडारा शुरू हुआ जो देर रात्रि तक चलता रहा।आयोजक सुरेश गुप्ता,नमित गुप्ता,रामेश्वर दयालु गुप्ता,समाजसेवी लक्ष्मीचंद्र मोना ओमर,संजय ओमर,अंशुल गुप्ता,आलोक गौड़,शिवशंकर सिंह,राघव ओमर,अनमोल ओमर,अनुपम ओमर आदि रहे।