नाबालिग का अपहृता बना मेहमान,

 नाबालिग का अपहृता बना मेहमान, 



सुलह नही होने पर वादी को धमकी

 

प्रकरण मेरे संज्ञान में नही, थानाध्यक्ष घोष


फतेहपुर। नाबालिग से बलात्कार के एक मामले में आरोपी को चार दिन से थाने में बिठाये रखने तथा सौंदेबाजी के बाद पीड़ित पक्ष को डरा धमका कर सुलह कराने में विपल रहे अस्थानान्तरित सु0घोष थानाध्यक्ष की शिकायत आज पुलिस कप्तान की चौखट में पहुंच गई। थाने का चार्ज छोड़ने से पहले थानाध्यक्ष सुलह में एड़ी-चोटी का जोर लगाये रहे। सुबह 6 बजे तीन पुलिसकर्मी पीड़िता के पिता को उठाने उसके घर पहुंच गये। उसकी गैर मौजूदगी में उसकी पत्नी को थाने चलकर सुलह करने का दबाब बनाया गया और गाली गलौज भी की गई परन्तु वह अपने मकसद में सफल नही हो पाये। थानाक्षेत्र के एक गांव से विगत 03 सितम्बर 2022 को शाम लगभग चार बजे गांव का ही एक युवक एक नाबालिग लड़की को भगा ले गया जिसका मुकदमा थाने में अपराध संख्या 336/2022 धारा-363 के तहत दर्ज करायी गयी। पीड़ित के पिता ने आज यहॉ पुलिस कप्तान से मिलने का पूरा प्रयास किया परन्तु उनकी गैर मौजूदगी की वजह से उसने उनके कार्यालय में शिकायती पत्र दिया। शिकायती पत्र में पीड़िता के पिता ने बताया कि 2 नवम्बर को थाना पुलिस ने उसकी पुत्री और आरोपी को कानपुर से बरामद कर लिया है। गिरफ्तार करने के बाद से अब तक तीन दिन बीत गये है और पुलिस दोनों को थाने में अपनी हिरासत में रखे हुये है। आरोप है कि इस बीच एक कथित दलाल के माध्यम से मामले को सुलटाने के लिये आरोपी पक्ष से करीब दो लाख में सौंदा तय हुआ है इसमें पचार हजार दलाल और शेष पुलिस का हिस्सा था। लम्बी रकम सामने आते ही थानाध्यक्ष ने पैतरा बदल दिया और सुलह करने के लिये पीड़ित पक्ष पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। पीड़ित पक्ष को यह धमकी मिलने लगी कि सुलह नही करने पर संगीन धाराओं में उसे ही जेल भेज दिया जायेगा। आज चौथे दिन बरामद नाबालिग लड़की का चिकित्सीय परीक्षण नही कराया गया। यहॉ तक की आरोपी भी चार दिनों से थाने में मेहमान नवाजी कर रहा है। दूसरी ओर नवागत थानाध्यक्ष योगेश कुमार ने जरिये दूरभाष बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में नही है। उन्होंने आज ही सुबह 10 बजे थाने का चार्ज लेने की बात बताई।

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