उ. प्र. माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ ने डीआईओएस कार्यालय पर लगाये उगाही के आरोप
प्रबन्ध समिति अस्तित्वहीन, नहीं हुए चुनाव, प्रबंधक के हस्ताक्षर प्रमाणित नहीं, फिर भी चारविद्यालयों में चल रही वित्तीय प्रक्रिया
लिपिक नियुक्ति का मामला, महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज सिधाव के प्रबंधक ने नहीं कराया प्रकाशन
फ़तेहपुर। अपनी कार्यशैली के चलते प्रायः चर्चा में रहने वाले ज़िला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय में अंधेरगर्दी सिस्टम को चरने पर आमादा है…! सवाल यह उठता है कि जब शासकीय सहायता प्राप्त आधा दर्ज़न विद्यालयों में विवाद के चलते प्रबन्ध समिति अस्तित्व हीन है तो प्रबंधक के हस्ताक्षर से वेतन आदि ख़र्चे कैसें निकल रहे हैं।उपलब्ध जानकारी के अनुसार दयानन्द इण्टर कालेज बिंदकी, पं. दयाशंकर शुक्ल इण्टर कालेज भैसौली, रामेश्वर सिंह इण्टर कालेज बेलाई व गणेश शंकर विद्यार्थी इण्टर कॉलेज हथगाँव आदि कालेज ऐसे है, जहां की प्रबन्ध समिति वर्षों से अस्तित्व हीन है। विगत कई वर्षों से प्रबन्ध समिति का चुनाव नहीं हुआ और न ही प्रबंधक के हस्ताक्षर ही वर्तमान में प्रमाणित है, बावजूद इसके लगातार कई वर्षों से वित्तीय अनियमितता करते हुए प्रबंधक के हस्ताक्षर से वेतन व अन्य ख़र्चे पारित किए जा रहे है। इस सवाल का जवाब समूचे डीआईओएस सिस्टम के पास नहीं है।
दूसरी ओर शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) से इक्कीस विद्यालयों की अनुमति लिपिक भर्ती के विज्ञापन हेतु दिये ज़ाने के बावजूद सिर्फ़ बीस विद्यालयों ने ही प्रकाशन कराया जबकि एक विद्यालय महात्मा गांधी इण्टर कॉलेज सिधाव के प्रबंधक ने शिक्षा निदेशक के आदेश के विपरीत प्रकाशन नहीं कराया। सवाल यह उठता है कि जब उच्चाधिकारियों के आदेश की नाफ़रमानी हुईं तो डीआईओएस कार्यालय को सम्बंधित विद्यालय पर कार्यवाही करनी चाहिये, किन्तु कार्यालयाध्यक्ष ने एक नोटिस तक देना मुनासिब नहीं समझा। इतना ही नहीं विगत सात नवम्बर को जनपदीय चयन समिति की बैठक में जारी किए गए दिशा निर्देश भी सिर्फ़ बीस विद्यालयों को ही जारी किये गयें…! ज्ञातव्य रहें कि बीस विद्यालयों की टंकण परीक्षा आगामी 22 एवं 23 नवम्बर को स्थानीय राजकीय आईटीआई में होनी है।
इसके पूर्व विगत अट्ठाइस अक्टूबर एवं चार नवम्बर को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षणेत्तर संघ ने अपर शिक्षा निदेशक (मा.) प्रयागराज को अलग अलग शिकायतीपत्र भेजकर उच्चाधिकारियों के आदेशों की नाफ़रमानी का ज़िला विद्यालय निरीक्षक (फ़तेहपुर) एवं उनके कार्यालय पर आरोप लगाते हुए डीआईओएस के एक पत्र का हवाला देते हुए जनपद के विद्यालयों में सेवारत न सिर्फ़ कई शिक्षणेत्तर कर्मचारियों की कई शिकायतों का उल्लेख़ किया बल्कि डीआईओएस कार्यालय (फ़तेहपुर) में पदोन्नति एवं मृतक आश्रित की लिपिक पद पर नियुक्त वास्ते बड़े पैमानें पर उगाही से सम्बंधित आरोपो का समर्थन भी किया
संघ ने उपरोक्त शिकायतीपत्र की प्रति शिक्षा निदेशक (मा.), मंडलायुक्त प्रयागराज व स्थानीय ज़िलाधिकारी को भी भेजकर उचित कार्यवाही की माँग की, किन्तु अभी तक किसी भी स्तर पर इस अहम शिकायत का संज्ञान न लिया जाना अपने आप में गंभीर विषय माना जा रहा है।