देशभक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन पहुंचे हमीरपुर जिला के वैष्णों देवी मंदिर

 देशभक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन पहुंचे हमीरपुर जिला के वैष्णों देवी मंदिर



पच्चीस मार्च 2022 से देशभक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन की तीनों सेनाओं की सलामती के लिए लगातार जारी है यात्रा


फतेहपुर।जनपद फतेहपुर से देश भक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन जी अपने पैतृक गांव खरौली गांव जनपद फतेहपुर से पच्चीस मार्च 2022को अपने भारत मां की सेवा में समर्पित जल,थल, वायु इन तीनों सेनाओं के जवानों की सलामती और दैवीय शक्तियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पैदल यात्रा कर रहे हैं।शिवकरन जी कभी उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेश और कभी मध्य प्रदेश से यूपी तो कभी हिमाचल प्रदेश तो कभी पंजाब और फिर पहुंच गए हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिला के वैष्णो देवी मंदिर।आप लोगों को बताते चलें कि देश भक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन  दोआबा की धरती फतेहपुर जिले में जन्म लिया जिन पर मां वैष्णो देवी की कृपा विद्यार्थी जीवन से ही बना हुआ है।आज जो अपने जीवन को अपने शरीर को इतना कष्ट प्रिय बना दिया है।कि मां वैष्णो देवी के चरणों में ध्यान लगा कर केवल एक ही उद्देश्य है।कि हमारे देश की तीनों सेनाएं जब रात में पहरा देते हैं तो देश की जनता चैन की नींद सोते हैं।उन तीनों सेनाओं की दैवीय सैन्य सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने की अर्जी लगाने शिवकरन जी चलें है जो हर जगह के देवी देवताओं के स्थानों से होते हुए आज हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले के धंगोटा मां वैष्णो देवी के स्थान पहुंचे हुए हैं।आप लोगों को बता दें कि यहां का जो इतिहास है वह बहुत ही पुराना और प्राचीन काल का बताते हैं।लोग यह स्थान जो इतना सुन्दर दिखाई दे रहा है। कभी यह एक घनघोर जंगल था जहां कोई आने की तो बात दूर देखा भी नहीं था। लेकिन एक सितंबर 1991मे एक सत्तर वर्ष के वृद्ध को बार बार रात में सपना दिखाई देने लगे और स्वप्न में चारों ओर आग जलती दिखाई दी और जब कई दिनों से सो नहीं पाया तो पुरोहित जी से पूछा कि पंडित जी मुझे रात में सपना दिखाई देता है सो नहीं पाता हूं। तो पंडित जी ने कहा कोई पूजा पाठ रह गई होगी तो चौधरी राम ने बताया कि मेरे यहां कई चिट्ठियां भी आई है। तो पुरोहित ने चिट्ठियां मंगाई जो दिल्ली मे एक महिला के द्वारा जिसका नाम सत्या देवी जो चौधरी राम की भांजी थी। जो वैष्णोदेवी की परम भक्त थीं। उसमें लिखा था कि एक पहाड़ के मध्य एक गुफा है जिसके एक तरफ बेल का बृक्ष और दूसरी तरफ अमलतास का वृक्ष है। जहां जल्द ही एक मां वैष्णो देवी का मंदिर स्थापित कर पूजा अर्चना करें। और चौधरी राम पहाड़ में गांव वालों के सहयोग से खोजना शुरु किया तो वहीं स्थान मिल गया जैसा बताया गया था।उस स्थान की साफ सफाई चालू हुई  जिसमें मां सरस्वती, मां लक्ष्मी जी और महाकाली की पिंडियां मिली।दस अक्टूबर 1991से काम शुरू हो गया। और पूजा पाठ भंडारा हवन पूजन कर शुरुआत हो गई और प्रति दिन सुबह शाम पूजा अर्चना होने लगी।आज गुफा के ऊपर सुंदर वैष्णो देवी मंदिर, शंकर पार्वती जी का मंदिर, हनुमान जी का मंदिर, और अन्य देवी देवताओं की स्थापना हुई और उसी प्रांगण में यात्रियों के रहने, मीटिंग हाल, भंडारे का स्थान और सत्यसंग हाल गाडियां खड़ी करने का स्थान बना हुआ है। और बहुत ही दूर दराज से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं और मनवांछित फल भी प्राप्त करते हैं।आज हजारों की संख्या में लोग आते हैं। जहां फतेहपुर जिले के देश भक्त शिवसेवक वैष्णोदास शिवकरन  पहुंचे हैं जहां तीनों सेनाओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर हवन पूजन और रात्रि जागरण भंडारा किया।

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