पंचतत्व में विलीन हुआ नंदन बाबू का पार्थिव शरीर
नाती देवांग त्रिवेदी ने दी मुखाग्नि, एक आक्रामक राजनैतिक युग का हुआ अन्त
भिटौरा में लगा जनप्रतिनिधियों, राजनीतिज्ञों, अधिवक्ताओं का जमघट
फ़तेहपुर। तक़रीबन पाँच दशक तक ज़िले की ख्यातिलब्ध राजनैतिक हस्ती रहे पंडित हरिनारायण दुबे उर्फ़ नंदन बाबू का पार्थिव शरीर आज दोपहर पंचतत्व में विलीन हो गया। उनके इंजीनियर नाती देवांग त्रिवेदी ने भिटौरा गंगा के तट पर उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान बड़ी तादात में जनप्रतिनिधियों, राजनीतिज्ञों, अधिवक्ताओं समेत आमजन ने पहुँचकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
ज्ञातव्य रहे कि लगभग नब्बे वर्षीय नंदन बाबू का रविवार को कानपुर में निधन हो गया था। बीती रात उनके पार्थिव शरीर को अमौली लाया गया, जहां आज सुबह बलदेव गिरि इण्टर कालेज में में जनता दर्शन के लिए रखा गया। कुछ देर बाद उनके पैतृक गाँव मकरंदपुर ले जाया जायेगा। जहाँ पर पण्डित विश्वंभर नाथ दुबे डिग्री कॉलेज में उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जहां से शव यात्रा जोनिहा होते हुए फ़तेहपुर शहर के ताम्बेश्वर चौराहा पहुँची। यहाँ पर बड़ी संख्या में में मौजूद लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी।
दोपहर ढाईं बजें के क़रीब भिटौरा गंगा तट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके नाती देवांग त्रिवेदी ने मुखाग्नि दी। इसी के साथ एक आक्रामक राजनैतिक युग का अन्त हो गया।प्राख्यात कवित्री स्व. महादेवी वर्मा ज़ी के शिष्य हरिनारायण दुबे ने 1952 में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एमए, एलटी की डिग्री हासिल की। वे अपने पीछे पत्नी जयरानी दुबे व दो बेटियाँ (रेणुका पांडेय और उत्प्रेक्षा त्रिवेदी) छोड़ गये है। वे दस वर्ष तक आनरेरी मजिस्ट्रेट व बारह वर्षों तक अमौली ब्लॉक के प्रमुख तथा कई वर्षों तक भाजपा के ज़िला अध्यक्ष भी रहे।उनकी शव यात्रा व श्रद्धांजलि देने वालो में प्रमुख रूप से विधायक राजेन्द्र पटेल, कृष्णा पटेल व जय कुमार जैकी समेत नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि हाजी रज़ा मोहम्मद, पूर्व सांसद डा. अशोक पटेल, सुरेन्द्र सिंह गौतम, पूर्व ब्लॉक प्रमुख राजेन्द्र शुक्ला, सुधीर त्रिपाठी, रमेश पटेल, वासुदेव पासवान, मौजूदा प्रमुख हसवा विकास पासवान, लखनऊ के वरिष्ठ पत्रकार राजेश शुक्ला, अरुण शुक्ला, रमाकान्त बाजपेयी, अरुण मिश्रा एड., अंकित सिंह चौहान, भाजपा ज़िला अध्यक्ष आशीष मिश्रा, सपा ज़िला अध्यक्ष विपिन यादव, वरिष्ठ भाजपा नेता अन्नू श्रीवास्तव, राम प्रताप सिंह गौतम, पुष्पराज पटेल, सन्तोष सिंह राजू, पंकज त्रिपाठी व सुरेश शुक्ला (घनघौल) आदि शामिल रहे।