किसानों ने देखी अमेरिकन स्वीट कार्न की खेती
किसानों ने देखी अमेरिकन स्वीट कार्न की खेती

बाँदा - उप कृषि निदेशक बांदा विजय कुमार ने बताया है कि बाँदा शहर के नामी व्यवसायी संजीव अवस्थी द्वारा आर०टी०ओ० ऑफिस के नजदीक बबेरू रोड, बाँदा स्थित अपने प्राकृतिक/जैविक फार्म में बोयी गयी अमेरिकन स्वीट कार्न की फसल का जनपद के सभी विकासखण्डों में चयनित प्राकृतिक खेती के 500 किसानों द्वारा दिनांक 02 व 03 नवम्बर 2023 को अवलोकन किया गया। ज्ञातव्य है कि जनपद में मक्का की खेती न के बराबर होती है, जबकि अमेरिकन स्वीट कार्न की फसल मात्र 75 दिन में तैयार हो जाती है और इसे साल में तीन बार उगाया जा सकता है। इस प्रकार अल्प अवधि की फसल होने के कारण तथा इसके फसल अवशेष का दुधारू पशुओं को चारें के रूप में उपयोग में देखते हुए यह फसल जनपद की कृषि में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है। इस बात की जानकारी जिलाधिकारी श्रीमती दुर्गा शक्ति नागपाल को जैसे ही प्राप्त हुयी, उन्होनें तुरन्त कृषि विभाग के अधिकारियों की टीम फसल के निरीक्षण हेतु भेजी एवं 500 कृषकों के एक्सपोजर विजिट कराने हेतु निर्देशित किया।
फार्म हाउस के प्रबन्धक श्री विज्ञान शुक्ला में आगन्तुक किसानों को प्राकृतिक विधि से खपली गेहूँ, हरी मटर एवं अमेरिकन स्वीट कार्न की खेती के बारे में विस्तार से जानकारी दी, उन्होनें बताया कि अमेरिकन स्वीट कार्न सबसे मीठी मक्के की प्रजाति हैं, जिसकी सूप, पिज्जा एवं रोस्टेड भुट्टे के रूप में विशेष मॉग है। उन्होने हाल ही में लखनऊ के एक मॉल में इसकी सप्लायी किया है, जिसे ग्राहकों ने हाथों-हाथ लिया है । उनके द्वारा बताया गया कि अमेरिकन स्वीट कार्न की खेती से रू0 1.50 लाख प्रति एकड मुनाफा अर्जित किया जा सकता है।
अतः जनपद के किसान भाइयों से अपील है कि प्रयोग के तौर पर स्वय अमेरिकन स्वीट कार्न की खेती करें एवं मुनाफा कमाए ।
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