राम मंदिर से आत्म सम्मान,आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा की हुई पुनर्स्थापना...ज्योति बाबा

 राम मंदिर से आत्म सम्मान,आत्मविश्वास और प्रतिष्ठा की हुई पुनर्स्थापना...ज्योति बाबा 



राम मंदिर सशक्त नवभारत का प्रतीक...ज्योति बाबा 


राम मंदिर! गुलामी की मानसिकता को तोड़कर खड़ा हुआ भारत...ज्योति बाबा 


राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा से विश्व ने मनाई महा दीपावली... ज्योति बाबा 


कानपुर । हिंदू धर्म नगरी अयोध्या में श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पंचांग के अनुसार 22 जनवरी 2024 को सर्वार्थ सिद्धि योग,अमृत सिद्धि योग,रवि योग और मृगशिरा नक्षत्र के दुर्लभ संयोग से भव्यतम रूप से संपन्न हुई,समस्त सनातन धर्मी जो 500 सालों से अपने रामलला की प्रतीक्षा कर रहे थे वह अयोध्यापति राम अपने महल में आ गए हैं, ज्योतिषाचार्यों ने 22 जनवरी की अत्यंत शुभ मुहूर्त जो मात्र 84 सेकंड का है उसमें श्री राम लला की प्राण प्रतिष्ठा का विधिवत कार्यक्रम संपन्न हुआ,इस शुभ पावन घड़ी की निगाहें पूरे विश्व के सनातन धर्मियों की श्री राम लला के बाल स्वरूप विग्रह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से जुड़ी हुई थी, अब प्रतिदिन भगवान राम के मंत्रो का जप करने से सभी तरह के संकटों से मुक्त मिल जाएगी और सदैव भगवान राम का दिव्य आशीर्वाद प्राप्त होगा,उपरोक्त बात योगी आदित्यनाथ के ड्रग्स फ्री उत्तर प्रदेश संकल्पों के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया व श्री गणेश लक्ष्मी मूर्ति विसर्जन सेवा संस्थान महाराणा मंदिर कानपुर के तत्वाधान में श्री राम लला प्राण प्रतिष्ठा समारोह में अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख योग गुरू ज्योति बाबा ने कही, ज्योति बाबा ने आगे कहा कि रामलला विराज गए,मन हर्षित है और हृदय प्रसन्न,आंखें झर झर झर रही हैं हवाएं राममय हो गई हैं देश मगन,सीना उल्लास में चौड़ा और जीवन यह दृश्य देखकर धन्य,अयोध्या गौरवान्वित है, अयोध्या में जो भारतीयता का तीर्थ बना वह सिर्फ एक मंदिर हमारी सनातनी आस्था का शिखर है यह बदलते भारत का प्रतीक है आज जब ललाट पर वैष्णव ऊध्र पुंड लगा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भगवान राम के विग्रह में प्राण प्रतिष्ठित कर रहे थे तो मानो जगमग और भक्ति में लिप्टी अयोध्या उस रोज से भी ज्यादा मगन और सजी थी जिस रोज त्रेता में भगवान राम लंका जीत कर लौटे थे तब भी दिवाली मनी थी आज देश ने महा दीपावली मनाई , महंत रामावतार दास ने जोर देकर कहा कि प्राण प्रतिष्ठा से पहले जब विग्रह की आंख से पट्टी हटाई गई तो आंखें चुंधिया गई, शरीर रोमांचित था,लगा मूर्ति अभी खुद बोलेगी,अपने खिलाफ हुए षडयंत्रों के भेद खोलेगी,भगवान का रूप दुर्वादल श्याम है बिल्कुल प्रियदर्शन। महाराणा मंदिर में पूजन अर्चना करने के साथ यज्ञ भी धूमधाम से संपन्न किया गया। समारोह में सभी को राम ज्योति का है संदेश,नशा मुक्त हो भारत देश थीम पर राम ज्योति योग गुरू ज्योति बाबा ने प्रज्वलित की। शहर के तमाम गणमान्य एवं राम भक्तों ने जय श्री राम के उद्घोष के साथ बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

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