एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर,पट्टा धारक मौरम खनन में मशगूल

 एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाकर,पट्टा धारक मौरम खनन में मशगूल



मिली भगत व बन्दरबाट से सरकार को राजस्व तो वहीं जनपद को पर्यावरण का हो रहा नुकसान 


फतेहपुर। जनपद में यमुना किनारे स्थित घाटों पर मौरम खनन करने के लिए पट्टे दिये गये है। इसके तहत राष्ट्रीय हरित प्राधिकरण (एनजीटी) के नियमों के दायरे में मौरम निकासी करना होता है, लेकिन कुछ जगह पट्टाधारक नियमों को ताकपर रखकर मौरम का खनन कर रहे हैं। जिससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान तो हो ही रहा है साथ ही जनपद को पर्यावरण का नुकसान भी हो रहा है जिसका खामियाजा जनपद वासियों को भविष्य में उठाना पड़ सकता है। ललौली थाना क्षेत्र के क्षेत्रीय लोगों के बीच आज कल चर्चा इस बात की जोरों से है कि अड़ावल के खण्ड 9 से भारी भरकम मशीनों द्वारा मौरम की निकासी कराई जा रही है, साथ ही इस खण्ड से ओवरलोडिंग होने की भी चर्चायें हो रही है, जिससे सरकार को लाखों रुपये के राजस्व का चूना लग रहा है। मिली जानकारी के अनुसार ललौली थानांतर्गत यमुना नदी किनारे अड़ावल खण्ड नम्बर 9 में भी मौरम निकासी का पट्टा हुआ और यहां के पट्टाधारक को पर्यावरण विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी हुआ। उसके मुताबिक न रात और न ही नदी की धारा से मौरम निकासी की जा सकती है, पर विश्वस्त सूत्र बताते हैं कि बावजूद इसके अड़ावल खण्ड 9 से नियम विरुद्ध तरीके से खनन किया जा रहा है, यहां तक कि रात के अंधेरे में भी मौरम निकासी कराई जाने की सूचना है। सूत्र बताते हैं कि पट्टाधारक खनन विभाग से मिली भगत कर दिन-रात लाल सोने का खनन करवा के एनजीटी के नियमों की बेखौफ होकर धज्जियां उड़ा रहा हैं। पट्टा धारक द्वारा यहाँ से अंधाधुंध मौरम का खनन कराके हर रोज हजारों ट्रक-डंपर और ट्रैक्टर से मौरम निकासी कराई जा रही है। चर्चा तो ये भी है कि मामले की जानकारी होने के बाद भी स्थानीय तहसील प्रशासन व खनन विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। बड़ा सवाल ये है कि सम्बंधित अधिकारी अड़ावल खण्ड 9 में मानक के विपरीत खनन होने के बाद भी आखिर मूकदर्शक क्यों बने हुए हैं? जबकि ये भी किसी से छिपा नही है कि इस खंड से मौरम भरे ओवरलोड ट्रक,ट्रैक्टर,डम्फर रात के अंधेरे में धड़ल्ले से निकल रहे हैं। जिससे करोड़ो की बनी सड़के भी खस्ताहाल हो रही हैं, पर कार्रवाई के नाम पर जो खानापूर्ति हो रही है वो भी किसी से छिपी नही है। क्षेत्रीय लोग दबी जुबान बताते है कि अड़ावल के खण्ड 9 में मौरम खनन का पूरा सेटिंग सिस्टम एक क्षेत्रीय दबंग देख रहा है जो कि अपने आगे किसी को कुछ नही समझता है। यहां तक कि उसने प्रशासन में अच्छी घुसपैठ बना रखी है। लग्जरी गाड़ी से चलने वाले इस क्षेत्रीय दबंग द्वारा खनन क्षेत्र के कई किलोमीटर तक चारों ओर लठैत तैनात किए गए है जो कि खनन क्षेत्र में आने जाने वाले लोगों व अधिकारियों पर नजर रखते है और तत्काल सूचना उसे देते है। जिससे अधिकारियों के आने की सूचना पर आनन फानन भारी भरकम मशीनें खण्ड के ही एक खाई में छिपा दी जाती है, और इन्ही लठैतों के दम पर ये छुटभैया नेता क्षेत्रीय लोगों पर अक्सर रौब गाँठ कर दबंगई दिखाता है। जिससे  इतना सब होने के बावजूद डर वश क्षेत्रीय लोगों की जुबान नही खुल रही है।

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