अब गूगल की जगह प्ले स्टोर पर लौटेंगे सभी भारतीय एप
न्यूज़।कई भारतीय कंपनियों के एप अपने प्ले स्टोर से हटाने वाली गूगल सरकार के दबाव के बाद मंगलवार को इन एप को बहाल करने पर सहमत हो गई। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी व. दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि स्टार्टअप समुदाय और गूगल ने उनसे बात की थी, जिसके बाद गूगल ने सहमति दी। उन्होंने उम्मीद भी जताई कि दोनों पक्ष आपस में बात कर समाधान निकालेंगे। वैष्णव ने बताया कि गूगल और स्टार्टअप की सरकार के साथ बातचीत में रचनात्मक चर्चा हुई थी। इसका परिणाम निकला और गूगल ने इन सभी कंपनियों के एप एक मार्च 2024 की पूर्व स्थिति अनुसार बहाल करने पर सहमति दे दी। आयोग से भी स्टार्टअप समुदाय के एक प्रतिनिधि समूह का भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग से निवेदन किया कि वह गूगल को कंपनियों के एप प्ले स्टोर पर बहाल करने का निर्देश दें। अलायंस ऑफ डिजिटल इंडिया फाउंडेशन (एडीआईएफ) ने एक मार्च को आयोग को लिखे पत्र में आरोप लगाया कि प्ले स्टोर से एप हटाना प्रतियोगिता खत्म करने के लिए उठाया गया कदम है। उसकी वजह से पूरे मार्केट को अपूर्णीय क्षति हो रही है। गूगल ने पूर्व में कहा था कि वह एप के तहत होने वाली खरीद पर शुल्क लेता है, ताकि प्ले स्टोर व्यवस्था और एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित कर और आगे बढ़ा सके। स्टार्टअप का आरोप है कि गूगल 15 से 30 फीसदी तक शुल्क वसूलता था। जब और जवाब आयोग ने सख्ती शुरू की तो उसने 11 से 26 फीसदी शुल्क कर दिया, लेकिन वसूली चलती रही। एप डवलपर्स ने इस शुल्क के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट की शरण ली, लेकिन कोर्ट ने उन्हें अंतरिम तौर पर कोई राहत नहीं मिली है।