बेरीनारी में लगी आग चार घर जले, अनाज कपड़े नगदी सहित लाखों का नुकसान
बेरीनारी में लगी आग चार घर जले, अनाज कपड़े नगदी सहित लाखों का नुकसान

आग लगने के एक घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड


बिदकी।औंग थाना क्षेत्र के ग्राम गलाथा के मजरे बेरीनारी रामघाट में रविवार को पूर्वान्ह अचानक उस समय अफरा तफरी मच गई। जब लोग घरों से निकलकर बाहर भागने लगे जब तक लोग कुछ समझ पाते तब तक आग ने प्रचंड रूप धारण कर लिया था, देखते ही देखते घासफूस से बनी झोपड़ी जैसे चार घर जलकर राख हो गए। सूचना पर थानाध्यक्ष कांती सिंह फोर्स सहित पहुंची और बिजली चालू करवाकर ग्रामीणों की मदद से सबमर्सिबल चलवाकर आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया ।
इस अग्निकांड में हरिवंश पुत्र नानकचंद्र , झंडू पुत्र सुरजदीन , मन्नीलाल पुत्र छेद्दू तथा शिवप्रसाद पुत्र रामकुमार पूरी तरह बर्बाद हो गए।
ग्रामीणों ने बताया कि बस्ती में आग लगते ही सूचना दे दी गई थी लेकिन एक घण्टे बाद फायर ब्रिगेड की गाड़ी पहुंची तब तक चार परिवार की गृहस्थी नगदी व आशियाना पूरी तरह जल चुके थे। आज एक बार फिर ग्राम गलाथा के प्रति सरकारों की उपेक्षा ने ग्रामीणों को गुस्से में ला दिया। बताया जाता है कि यदि इस गांव में पाण्डु नदी पर पुल बना होता तो बेरीनारी तक मात्र तीन किलोमीटर की दूरी है जिसमें अधिकतम बीस मिनट लगते , लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी को कानपुर नगर के डोमनपुर होते हुए करीब 16 किलोमीटर दूरी तय करनी पड़ी  फायर ब्रिगेड के जवानों ने सुलग रही आग को पूरी तरह शांत किया ।
अग्नि पीड़ित हरिवंश के अनुसार कुछ नगदी कपड़े सहित करीब बीस कुंतल अनाज जल गया, वहीं पर दूसरे पीड़ित झंडू ने बताया कि तीस कुंतल अनाज व भूसा बेंचकर दो लाख रुपए , जेवर घर में रखे थे जो नहीं बच सके, इसी तरह मन्नीलाल व शिवप्रसाद ने अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि गृहस्थी कपड़े आदि सब जल गए इनका गरीबी में आटा गीला हो गया।
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