गणेश महोत्सव के लिए सजे विघ्न विनाशक के दरबार
बड़ी धूमधाम से 18 वें वर्ष भी मनाया जा रहा गणेश चतुर्थी का आयोजन
जहानाबाद फतेहपुर ।गणेश चतुर्थी पर "ऊं वक्रतुंड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ:, निर्विघभनं कुरु में देव सर्व कार्येषु सर्वदा".. मंत्र के स्वर गूंज उठे। गणेश चतुर्थी के अवसर पर शुभता व बुद्धि के प्रदाता रिद्धि-सिद्धि विनायक की प्रतिमा विधि विधान से पूजा अर्चना के बाद स्थापित की गई। इस दौरान आरती भजन व जयकारों से वातावरण गूंज उठा।
मंगलमूर्ति की स्थापना के साथ ही गणेश महोत्सव का शुभारंभ हो गया। इस खास मौके पर दर्शन व आशीष पाने के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। नवयुवक जन जागरण मंच के सभी लोगों ने विघ्न विनाशक की स्थापना कर गणेश महिमा का गुणगान किया। राजा अग्निहोत्री,लालू ओमर,पप्पू शुक्ला ने कहा कि शत दिन भगवान गजानन के दरबार में शाम होते ही भक्ति कार्यक्रम का आयोजन, और प्रत्येक दिन प्रसाद और अंतिम दिन भंडारा का आयोजन किया जाता है।
कष्ट विनायक के दरबार में शाम होते ही पांडाल रंग बिरंगी रोशनी से नहा उठे। आधुनिकतम लाइटिंग व विभिन्न प्रकार के फूलों से सजे गणपति के दरबार महक उठे।