आंगनवाड़ी केंद्र बने,लूट कर केंद्र, आंगनवाड़ी कार्यकतियों ने लगाये गंभीर आरोप
बाँदा - उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा बाल विकास परियोजना के तहत मासूम बच्चों के लिए तमाम योजनाएं चलाती है। इसी के तहत आंगनवाड़ी कार्यकतियों की सभी ग्राम पंचायतों में तैनाती की गई है जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को 5 से 6 हजार रुपए मानदेय दिया जाता है।
लेकिन ब्लॉक स्तर पर तैनात अधिकारियों के द्वारा आंगनबाड़ियों को लूटने का काम किया जा रहा है।
300 से ₹500 रुपये प्रति केंद्र मागने का आरोप,
मामला जनपद बांदा के कलेक्ट्रेट से सामने आया है, जहां पर जसपुरा की आंगनवाड़ी कार्यकतियों ने जिलाधिकारी को दिए प्रार्थना पत्र के माध्यम से बताया कि बाल विकास परियोजना कार्यालय जसपुरा मे तैनात CDPO द्वारा उनसे दबाव बनाकर के धमकी देकर के अवैध वसूली करने का आरोप लगाया है पैसा ना देने पर उन्हें उनके खिलाफ कार्रवाई करने का डर बनाया जाता है जिसको लेकर जसपुरा की आंगनवाड़ी कार्यकत्रीयो ने जिलाधिकारी से मांग की है कि ऐसे भ्रष्टाचारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए व उनके ब्लॉक से उनका तुरंत हटाए जाने की मांग की है
आपको बता दे यह मामला केवल एक ब्लॉक का नहीं है जनपद के सभी ब्लॉकों में लगभग यही चल रहा है गुप्त सूत्रों की माने तो ज्यादातर बाल विकास परियोजना ब्लाक कार्यालय मैं तैनात कर्मियों के द्वारा आंगनबाड़ियों को से अवैध वसूली की जा रही है। मुंह खोलने पर कार्रवाई करने की धमकी दी जाती है कार्यवाही की धमकी डर के कारण खुलकर नहीं बोल पाती हैं वही बच्चों को दिए जा रहे राशन में भी घोटाला किया जाता है और बदनाम आंगनवाड़ी कार्यकतिया होती है। जिलाधिकारी बांदा को इस मामले में एक कमेटी गठित करके सभी ब्लॉकों की जांच करवानी चाहिए और इस पर कड़ा एक्शन लेना चाहिए,