असोथर क्षेत्रअसोथर में बीएसएनएल का नेटवर्क धड़ाम उपभोक्ता हलाकान
असोथर क्षेत्रअसोथर में बीएसएनएल का नेटवर्क धड़ाम उपभोक्ता हलाकान

असोथर/फतेहपुर।असोथर नगर पंचायत समेत सैकड़ों गांवों में बीएसएनएल का नेटवर्क धड़ाम है अगर कभी कभार रहता भी है तो इंटरनेट सिर्फ टूजी चलता है 
कोई भी साइट ओपेन नहीं होती लोगों का देश की सरकारी टेलीकाम कंपनी बीएसएनएल की तरफ से मोहभंग हो रहा है मजबूरी में लोग महंगे रिचार्ज होने के बावजूद प्राइवेटकंपनियों 
के सहारे हैं गांव गांव में उनका नेटवर्क  इंटरनेट 5 जी फास्ट स्पीड से चल रहा है गांवों में युवा वर्ग द्वारा इंटरनेट सेवा का बहुत उपयोग किया जा रहा है और जिस कंपनी का इंटरनेट सबसे तेज है उसी कंपनी का सिम लेते हैं रिचार्ज चाहे जितना महंगा 
हो बताते चलें कि पिछले कई माह से प्राईवेट टेलीकाम कंपनियों द्वारा रिचार्ज के दामों में बढ़ोत्तरी की गयी थी जिसके बाद बीएसएनएल ने मौके का फायदा उठाते हुए रिचार्ज सस्ता होने की वजह से धड़ाम पड़े टावरों को सक्रिय करते हुए सभी टावरों में 4 जी नेटवर्क शुरू हो नये ग्राहकों को सरकारी  बीएसएनएल में जोड़ने का कार्य प्रारंभ किया था और शहरों में बड़ी मात्रा में लोग प्राइवेट कंपनियों का रिचार्ज महंगा होने के कारण बीएसएनएल में अपना सिम पोर्ट करा लिए और बहुत लोग नया सिम भी ले रहे थे लेकिन गांवों में लगे टावरों को सक्रिय नहीं किया गया है सरकारी टेलीकाम कंपनी के सस्ते रिचार्ज होने के बावजूद लोग नहीं जुड़ रहे हैं जिसका मुख्य कारण नेटवर्क प्राब्लम के साथ ही इंटरनेट 2 जी होने की वजह से स्पीड बहुत कम रहती है प्राइवेट कंपनियों का 5 जी एयर ब्राड बैंड बहुत तेजी से गांवों में चल रहा है बीएसएनएल अभी पुराने ढर्रे में चल रहा है जिसके कारण गांवों में रहने वाली बड़ी आबादी प्राइवेट कंपनियों का मजबूरी में सहारा ले रही है जब कि प्राइवेट कंपनियों का रिचार्ज बहुत महंगा हो गया है इसके बावजूद प्राइवेट कंपनियों का सिम यूज करना पड़ता है नेटवर्क  इंटरनेट बहुत तेजी से चलता है  सरकारी टेलीकाम कंपनी बीएसएनएल की बात करें तो उसका नेटवर्क भी आये दिन धड़ाम रहता है और इंटरनेट तो 2 जी ही चलता 
है बताते चलें कि एक समय था जब सरकारी टेलीकाम कंपनी बीएसएनएल का जलवा था और करोड़ों रुपए का राजस्व सरकार खजाने में जमा होता था सभी सरकारी संस्थान व प्राइवेट कंपनियों में बीएसएनएल का टेलीफोन व ब्राड बैंड कनेक्शन होता था लेकिन धीरे-धीरे अधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीनता के चलते यह कंपनी करोड़ों के घाटे में चली गयी और प्राइवेट टेलीकाम कंपनियों ने तरह तरह की लुभावनी योजनाएं देकर अपनी धाक जमा लिया और मजबूत नेटवर्क के साथ ही इंटरनेट स्पीड सबसे तेज करते हुए सभी ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित कर लिया आज करोड़ों रुपए कमा रहे हैं सरकारी टेलीकाम कंपनी नेटवर्क प्राब्लम के चलते दिनों दिन धड़ाम होती जा रही है।
 बीएसएनएल के टीडीएम सियाराम तिवारी ने बताया कि गांवों में नेटवर्क सही करने के प्रयास किए जा रहे हैं धीरे धीरे सभी जगह बीएसएनएल की 4 जी सेवा के साथ मजबूत नेटवर्क मिलेगा।
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