धड़ल्ले से चल रहा जुएं का खेल जनपद की पुलिस हुई फेल
धड़ल्ले से चल रहा जुएं का खेल जनपद की पुलिस हुई फेल

बेबसी में हुसैनगंज थाना व असनी चौकी की पुलिस


फतेहपुर। यूं तो जनपद फतेहपुर के कई इलाकों में जुएं का खेल धड़ल्ले से चल रहा है जिस पर पुलिस नकेल कसने पर नाकाम हो रही है किंतु हुसैनगंज थाना क्षेत्र के असनी चौकी व मथुवा के पुरवा के मध्य गंगा नदी के किनारे जंगलों में बड़े पैमाने पर पत्तों का खेल खेला जा रहा है। जुएं का खेल सिर्फ मथुवा का पूरवा में ही नहीं बल्कि आसपास के गांव अधारपुर, अमिलिहापार, नरौली में भी पुलिस की मिली भगत से धड़ल्ले से खेला जा रहा है वायरल ऑडियो में स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है।जिसमें प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में खिलाड़ी आकर लाखों का जुआ खेलते हैं। वायरल ऑडियो में साफ तौर पर सुना जा सकता है की दो बुकी किस तरह से प्रतिदिन 45 से 50 लाख का जुआ होने की बात कर रहे हैं। वही वायरल ऑडियो में यह भी स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है की लोकेशन देने वाले या सूचना देने वाले को प्रताड़ित करने या जान से मारने की नीयत से बात की जा रही है इस तरह तो कहीं भी कोई भी अवैध कार्य यदि होता है तो कोई भी व्यक्ति ना तो पुलिस का सहयोग करेगा और ना ही पत्रकारों का ना ही कोई किसी को सूचना देगा। इस पर जिला प्रशासन व मुख्यत पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल को अमल करना होगा। जुएं का खेल जिस स्तर पर हुसैनगंज थाना क्षेत्र में हो रहा है क्या असनी चौकी व हुसैनगंज थाने की पुलिस को इस बात की खबर नहीं या फिर इनकी मिली भगत से पत्तों का खेल धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गंगा गौड़ मूल निवासी थाना लालगंज सेमरपहा, पूरे गुलाब का पुरवा जनपद रायबरेली, वर्तमान निवास आवास विकास कॉलोनी फतेहपुर, रामू मौर्य, मनीष शुक्ला निवासी गेगासो के द्वारा जनपद में कई जगहों पर पत्तों का खेल धड़ल्ले से खिलाया जाता है। इतना ही नहीं इस खेल को खिलाने के लिए रास्तों पर उनके गुर्गे भी लगाए जाते हैं जो अन्य शहरों से आने वाले जुवाडियों को लाने ले जाने का काम करते हैं। चार पहिया से भर भर के कानपुर, रायबरेली, कौशांबी, बांदा व फतेहपुर के तमाम जुवाडियों के वाहन को पहले तो सुरक्षित स्थान पर दूर खड़ा करवाया जाता है इसके उपरांत जुवाडियों को लेकर उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाता है। जानकारी के मुताबिक ताश का खेल खिलाने वाले लोगों द्वारा गंगा नदी को पार करने के लिए एक स्टीमर बोट का भी प्रबंध कर रखा है। जिनके द्वारा प्रतिदिन लाखों का जुआ होता है। इतना ही नहीं खिलाड़ियों की सुविधा के लिए काफी मात्रा में गुर्गों को लगाया जाता है इन गुर्गों को प्रतिदिन  1000 से लेकर 1500 रुपए सिर्फ इस बात के दिए जाते हैं की खिलाड़ियों को गंतव्य तक पहुंचाया जाए और जब तक खेल चलता है रास्तों पर दूर-दूर तक खड़े होकर यह पुलिस के आने की सूचना भी देते हैं। किंतु सोचने की बात यह है की क्या पुलिस को इन सब के विषय में जानकारी नहीं है। या फिर जुआ खिलाने वाले माफियाओं से रूपए लेकर पुलिस खुद ही इन्हें आश्रय दे रही है। जुआ खेलने वाले ज्यादातर जुवाडियों का अड्डा शहर के आवास विकास कॉलोनी में ही बना हुआ है। जहां एक बार फिर से खेल धड़ल्ले से सक्रिय हो गया है। वहीं ग्रामीणों ने हालांकि कई बार इस बाबत दबी जुबान से जानकारी भी दी फिर भी पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई। दहशत में जी रहे आस पास के ग्रामीण डरे सहमे है क्योंकि जुआ हारने के बाद कुछ लोग चोरी, डकैती व हत्या करने तक अमादा हो जाते हैं जिससे कि ग्रामीण काफी डरे हुए हैं। बीते दिनों शहर के आवास विकास कॉलोनी में जुएं का खेल धड़ल्ले से चल रहा था। जिसका मुखिया हुसैनगंज थाना क्षेत्र में भी पत्तों का खेल गंगा नदी के किनारे गुप्त स्थान पर खिला रहा है। ग्रामीणों की जान माल की परवाह किए बिना यह लोग पत्तों का खेल निरंतर खेल और खिला रहे हैं और लोगों के साथ हादसे भी निरंतर हो रहे हैं। इन सब के बावजूद थाना पुलिस और चौकी पुलिस के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही। अब देखना यह होगा की क्या पुलिस अधीक्षक धवल जायसवाल द्वारा कोई कार्यवाही की जाती है या नहीं फिलहाल तो ग्रामीण भय के साए में जी रहे हैं। जिन्हें इंसाफ दिलाने का काम पुलिस अधीक्षक व क्षेत्राधिकारी पुलिस द्वारा ही किया जा सकता है। लोगों को कितनी जल्दी इन सब चीजों से निजात मिलेगी यह देखने वाली बात होगी। हम आपको कल वायरल ऑडियो के साथ दो बुकिं के बीच आपस में हुई बातों की विस्तृत जानकारी भी देंगे।
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