डीएपी की रैक पर प्रशासन की निगहबानी डीएम ने अधिकारियो को दिए सख्त निर्देश
डीएपी की रैक पर प्रशासन की निगहबानी डीएम ने अधिकारियो को दिए सख्त निर्देश 


बाँदा । जिलाधिकारी, नगेन्द्र प्रताप द्वारा कृषि विभाग, सहकारिता, पीसीएफ, इफ्को एवं समस्त उपजिलाधिकारियों के साथ दैनिक समीक्षा के पश्चात् अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि मध्य प्रदेश से लगने वाली सीमा पर उर्वरको की आवाजाही पर पूर्ण रोक सुनिश्चित की जाए। साथ ही सहकारिता के जिन बिक्री केन्द्रो पर स्टॉक उपलब्ध है, उनका प्रतिदिन पॉस मशीन से समायोजन सुनिश्चित किया जाए, जिससे पोर्टल पर प्रत्येक बोरी उवर्रक का विवरण प्रदर्शित हो। उन्होने निजी विक्रेताओं के प्रतिष्ठानों पर कालाबाजारी रोकने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। बैठक में पीसीएफ के अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद बाँदा में यूरिया की 1300 मी०टन की एक रैक दिनांक 06 नवम्बर 2024 को पहुँचना सम्भावित है। इसके अतिरिक्त डी०ए०पी० 1600 मी० टन की एक रैक जो 01 नवम्बर 2024 को पारादीप, उडीसा से बाँदा के लिए रवाना हुयी थी, वह विलम्बित है। जिलाधिकारी द्वारा डीआरएम, पारादीप व डीआरएम झाँसी से दूरभाष पर वार्ता कर उस रैक को शीघ्र बाँदा पहुँचने हेतु अनुरोध किया गया। रेलवे के अधिकारियों द्वारा आश्वस्त किया गया कि 09 नवम्बर 2024 तक डीएपी की रैक जनपद बाँदा तक पहुँचाने का हरसम्भव प्रयास किया जाएगा। समीक्षा में यह तथ्य प्रकाश में आया कि सहकारिता के बिक्री केन्द्रो पर 231 मी०टन, पीसीएफ बफर गोदाम 153 मी०टन और प्राइवेट सेक्टर में 2698 मी०टन कुल मिलाकर 3081 मी०टन फॉस्फेटिक उवर्रक उपलब्ध है, जिसमें डीएपी, एनपीके / एनपीकेएस एवं सिगिंल सुपर फास्फेट शामिल है। इसके अतिरिक्त सहकारिता के बिक्री केन्द्रो पर 12000 शीशी नैनो डीएपी मौजूद है, जिसके प्रयोग हेतु कृषको को प्रोत्साहित किया जा रहा है। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियो एवं तहसीलदारो को निर्देशित किया कि सभी बिक्री केन्द्रों पर पुलिस बल के साथ सुचारू वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित कराए और क्षेत्र में निरन्तर भ्रमणशील रहकर उवर्रको की बिक्री पर कडी निगाह रखे तथा प्रतिदिन शाम को अपनी रिपोर्ट उपलब्ध कराए।
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