*सरकारी जमीन पर कर्बला निर्माण को लेकर प्रशासन को किया जा रहा गुमराह*
👉 *सरकारी दस्तावेज से ज्यादा कब्जा कर बनाया गया मरघट*
👉 *तथाकथित नेताओं द्वारा बिगड़ा जा रहा मोहल्ले का भाईचारा*
*फतेहपुर*। राधानगर थाना क्षेत्र के खंभापुर गांव में सरकारी जमीन में कर्बला बनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
विशेष समुदाय के लोगों द्वारा इस मामले को राजनीतिक रूप में तैयार किया जा रहा है जबकि मामले की सच्चाई कुछ और ही है। कांग्रेसी नेताओ द्वारा कब्रिस्तान की दीवार तोड़ने का आरोप लगाकर कार्रवाई किए जाने की मांग करने के बाद मामला और गरमा गया है।
मालूम हो कि विगत दिनों खंभापुर गांव में साहू आटा चक्की के सामने विशेष समुदाय के लोगों द्वारा सरकारी जमीन पर कर्बला का निर्माण कराया जा रहा था। जिसको प्रशासन ने संज्ञान में लेते हुए तत्काल मामले को रफादफा कर सौहार्द बिगाड़ने की आशंका पर विशेष समुदाय के 18 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की थी। कुछ दिनों बाद कांग्रेसी नेताओं ने जिलाधिकारी को ज्ञापन दिया कि कब्रिस्तान की दीवार गिराये जाने पर पुलिस ने कार्रवाई नहीं की है जबकि सच्चाई है कि विशेष समुदाय जहां पर कर्बला निर्माण कर रहा था उसके ठीक सामने पहले से ही कब्रिस्तान की दीवार से जुड़ी सरकारी जमीन में कोठरी का निर्माण कर तीन सेट डाल रखा गया है और उसके सामने पड़ी सरकारी जमीन पर कर्बला का निर्माण कर काबिज होने का प्रयास किया जा रहा था। जिसे प्रशासन ने समय रहते मामला शांत करने के बाद सौहार्द बिगाड़ने की आशंका पर 18 लोगों के खिलाफ कार्रवाई की राजनीति को चमकाने के लिए कुछ तथा कथित नेता जमीनी हकीकत बयां ना कर प्रशासन को गुमराह कर रहे हैं। अगर प्रशासन राजस्व टीम द्वारा कब्रिस्तान की जमीन की नाप करा दी जाए तो वह भी सरकारी अभिलेखों से कहीं ज्यादा कब्जा कर रखा गया है इतना ही नहीं इसी जमीन में आवास बना कर किराया भी वसूला जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि कब्रिस्तान की दीवार चारों तरफ से खड़ी हुई है उसे गिराने का गलत आरोप लगाया जा रहा है। सूत्र बताते हैं कि तथाकथित नेताओं का विशेष समुदाय के लोगों द्वारा गलत तरीके से मनगढ़ंत आरोप लगाकर मोहल्ले का भाईचारा खत्म कर अपनी राजनीति चमकाने का प्रयास कर रहे हैं। जबकि मौके पर मौजूद प्रशासन अपनी सूझबूझ को दिखाते हुए मामले को बिना किसी अनहोनी के शांति ढंग से निस्तारित कर दिया।