*असोथर क्षेत्रवासियों के लिए ओवरलोड वाहन बने मुसीबत जाम से जूझ रही आवाम*
*असोथर/फतेहपुर*
जिम्मेदारो कि अनदेखी से फतेहपुर जिले में मोरम घाटों से अवैध खनन एवं ओवरलोड वाहनों की धमा-चौकड़ी बंद होने का नाम नहीं ले रही हैं इस समस्या से खास और आम इंसान अपनी जाम जोखिम में डालकर सफर तय करने को मजबूर है बाजार एवं स्कूल आने-जाने वाले छात्र-छात्राएं एवं महिलाएं जाम के झाम में उलझ कर व्यवस्था को कोसते हैं पड़ोसी जनपद बांदा के गांव मरका के यमुना मोरम घाट से फतेहपुर जनपद की सीमा रामनगर कौहन गांव होते हुए असोथर कस्बा में प्रवेश करने वाले ओवरलोड भारी भरकम वाहनों द्वारा खड़ी की जा रही मुसीबत सूत्रों का कहना है कि यमुना मोरम घाट संचालक द्वारा अपने लोकेटरों की मदद से फतेहपुर जिले में मनमानी ढंग से भारी भरकम वाहनों का प्रवेश करवाया जा रहा है इस पूरे खेल में स्थानीय पुलिस ही नहीं, बल्कि खनिज, राजस्व, एआरटीओ प्रशासन भी शामिल है जिसकी वजह से भारी-भरकम वाहनो का प्रवेश असोथर कस्बे से लेकर थरियाव मार्ग तक किया जा रहा है
ज्ञात रहे कि फतेहपुर जिलाधिकारी रविंद्र सिंह द्वारा पीसीएस प्री- परीक्षा को लेकर बीती 21 दिसंबर की रात 11 बजे से 22 दिसंबर की रात 11 बजे तक जिले की सीमा के भीतर भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाई गई थी, किंतु जिलाधिकारी के इस निर्देश को ताक पर रखकर मोरम घाट संचालको द्वारा लोकेटरों की मदद से भारी भरकम वाहनो का प्रवेश जनपद की सीमा के भीतर कराया गया है जिसके चलते परिक्षार्थियों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा है मनमाने ओवरलोड वाहन संचालकों एवं मोरम घाट संचालकों की मनमानी पर रोष व्यक्त करते हुए व्यवस्था पालकों को कोसते रहे सबसे मजे की बात तो यह है कि असोथर-रामनगर कौहन एवं थरियांव मार्ग पर जिस तरह से भारी भरकम वाहनों की आवाजाही बनी है जिसे देखकर लोगों का कहना है की जब जिलाधिकारी के आदेश को मोरम घाट संचालक एवं ओवरलोड वाहन स्वामी ठेंगा दिखाने से बाज नहीं आए तो आम इंसान की पीड़ा को कौन सुनेगा भारी भरकम वाहनों के जनपद सीमा में प्रवेश होने के कई वीडियो सोशल मीडिया में वायरल भी हुए उसके बावजूद जिम्मेदारो ने नजर अंदाज करते हुए जो मौन सहमति ओवरलोड वाहन चालकों को प्रदान की वह आज भी चर्चा का विषय बनी है
बताते चले की मरका-रामनगर कौहन में अभी हाल में ही यमुना पुल का निर्माण कराया गया है, जिसका अभी उद्घाटन भी नहीं किया गया है इसके बावजूद जिस तरह से भारी भरकम वाहनों का इस नवनिर्मित पुल की मदद से फतेहपुर जनपद में प्रवेश कराया जा रहा है वह काफी चिंता का विषय है बता दे कि इस मार्ग पर सर्वोदय इंटर कॉलेज से लेकर कई विद्यालय संचालित हैं जहां पर हजारों की संख्या में छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करने के लिए पहुंचते हैं इस मार्ग पर पहले धूल का गुबार नासूर बना हुआ था, अब घाट संचालक ने स्थानीय लोगों के रोष को देखते हुए ट्रक टैंकरों की मदद से सुबह-शाम अनाप-शनाप पानी डलवाना शुरू कर दिया है जिसकी वजह से आने जाने वाले बच्चे कीचड़ युक्त मार्ग में फंसकर गिरते हैं
इतना ही नहीं पैदल बाजार आने-जाने वाली महिलाये भी भीषण जाम जैसी समस्या एवं कीचड़ युक्त मार्ग से गुजरती है तो जिम्मेदारों पर अपना रोष प्रकट करती हैं झाल चौराहे से नाला का निर्माण किया जा रहा है जिसकी वजह से रोड पर पड़ी मिट्टी एवं जेसीबी समेत अन्य संयंत्रो की वजह से मार्ग सकरा हो गया है भारी वाहन यहां आकर फंस जाते और जाम लग जाता है