एचआईवी रोगी एक दूसरे को कर सकेंगे अंग दान
न्यूज।एचआईवी रोगी सामान्य लोगों की तरह एक दूसरे को अंगदान कर जीवन रक्षक बन सकते हैं। अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज ने इसके लिए अनुमति दी है। नए नियमों से एचआईवी के मरीज जिनकी किडनी या लीवर खराब है उनमें दूसरे एचआईवी मरीजों की किडनी और लिवर को प्रत्यारोपित किया जा सकता है। डिपार्टमेंट ऑफ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज के सचिव जेवियर बेकेरा का कहना है कि इस नियम का उद्देश्य एचआईवी मरीजों को जीवन को बेहतर करना है। एचआईवी के साथ लिवर और किडनी रोग से ग्रसित मरीजों के जीवन प्रत्याशा को बढ़ाना है। एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस से पहले अमेरिकी सरकार का ये फैसला एचआईवी मरीजों के लिए वरदान साबित होगा। मरीजों पर शोध के बाद दावा : सरकार ने अंग प्रत्यारोपण के 200 मरीजों पर चाल साल तक चले शोध के नतीजों के बाद ये फैसला लिया है। वैज्ञानिकों ने पाया कि जिन एचआईवी मरीजों ने दूसरे एचआईवी रोगी को किडनी या लिवर दान किया उनके जीव प्रत्याशा में इजाफा देखा गया। ऐसे रोगियों में ऑर्गन रिजेक्शन के मामले में भी बहुत कम देखे गए। लंबा जीवन जीने का मौका : शोध के सह- लेखक और जॉन हॉपकिन्स ट्रांसप्लांट रिसर्च सेंटर के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. क्रिस्टिन डुरांद का कहना है कि अमेरिकी सरकार के इस फैसले से अंग प्रत्यारोपण की दर में इजाफा आएगा। युवा एचआईवी रोगी जिनकी किडनी या लिवर खराब है उन्हें भी लंबा जीवन जीने का मौका मिलेगा। ये बेहतर कदम है।