*जहानाबाद में तृतीय दिवस पर श्रीमद् भागवत कथा व ज्ञान यज्ञ में शिव जी की कथा सुनकर भाव विभोर हुए श्रोता।*
जहानाबाद (फतेहपुर) कैलाश मंदिर जहानाबाद में महा शिवरात्रि के शुभ अवसर पर रामायण कुटी चित्रकूट धाम से पधार कर कथा वाचिका संध्या तिवारी जी के द्वारा संगीतमय श्रीमद् भागवत की कथा अपने सुंदर मय वाणी द्वारा तृतीय दिवस पर शिव विवाह की कथा सुना कर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा का आनंद तभी है। जब वक्ता और श्रोता दोनों सुर लय ताल कर कथा का रसपान करें। जिस प्रकार परीक्षित ने श्री मद् भागवत कथा सुनकर अभय को प्राप्त किया। वैसे ही भागवत जीव को अभय बना देती है। श्रीमद् भागवत कथा परमात्मा का अक्षर स्वरूप है। यह परम हंसों की संगीता है भागवत कथा हृदय को जागृत कर मुक्ति का मार्ग दिखाता है। श्री मद्भागवत कथा यह ग्रंथ वेद उप निषद का सार रूपी फल है। यह कथा रूपी अमृत देवताओं को भी दुर्लभ नहीं है। कथा वाचिका साध्वी सन्ध्या तिवारी जी ने शिव विवाह एवं सती चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि सती राजा दक्ष की पुत्री थीं जो शिव से प्रेम करती थीं और उन्हीं के साथ विवाह करना चाहती थीं लेकिन राजा दक्ष को शिव पसंद नहीं थे। और वह उनको पसंद नहीं करते थे सती को बहुत समझाने एवं हट पर सती का विवाह शिव से कर दिया। सती शिव के साथ रहने लगीं। संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा में शिव विवाह की कथा सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। मौके पर महेश कुमार चौरसिया छोटे लाल राजपूत राम बली निषाद विजय चौरसिया रमेश सोनकर गीता गुप्ता देवराती निषाद सतीश सैनी अनिल शर्मा चंद्रशेखर निषाद प्रधान अमित कुमार दया शंकर ओमर डा.सनत गुप्ता पूर्णिमा सोनी सीमा सोनी मीना देवी लक्ष्मी देवी पुनीता
देवी, सुनीता गुडि़या देवी आदि समस्त क्षेत्र वासी एवं यजमान संगीतकार सहित तमाम लोग मौजूद रहे।