6 अप्रैल को दोपहर 12 बजे होगा रामलला का सूर्य तिलक, वैज्ञानिकों की टीम पहुंची; हर साल बढ़ता जाएगा समय
6 अप्रैल को दोपहर 12 बजे होगा रामलला का सूर्य तिलक, वैज्ञानिकों की टीम पहुंची; हर साल बढ़ता जाएगा समय

न्यूज।रामलला का सूर्य तिलक रामनवमी के दिन दोपहर 12 बजे होगा। मंदिर ट्रस्ट ने ऐसी व्यवस्था बनाई है कि हर साल सूर्य तिलक का समय बढ़ता जाएगा। 
वैज्ञानिकों की टीम ने इसके लिए एक प्रोग्राम विकसित कर कम्प्यूटर में फीड कर दिया है। इस बार रामजन्मोत्सव का पर्व छह अप्रैल को मनाया जाएगा। इस दिन ठीक दोपहर 12:00 बजे रामलला का सूर्य तिलक होगा। रामलला के माथे पर यह विशेष सूर्य तिलक प्रत्येक रामनवमी यानी भगवान राम के जन्मदिन पर उनके माथे पर सजेगा। वैज्ञानिकों ने इसे ''सूर्य तिलक मैकेनिज्म'' नाम दिया है। सीबीआरआई (केंद्रीय भवन अनुसंधान संस्थान) रुड़की के वैज्ञानिकों की एक टीम ने सूर्य तिलक मैकेनिज्म को इस तरह से डिजाइन किया है कि हर रामनवमी को दोपहर 12 बजे 75 मिमी के गोलाकार रूप में करीब तीन से चार मिनट तक सूर्य की किरणें भगवान राम की मूर्ति के माथे पर पड़ेंगी। गियर-बेस्ड सूर्य तिलक मैकेनिज्म में बिजली, बैटरी या लोहे का उपयोग नहीं किया जाएगा।
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